नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं मोहल्ला शेरवाला गेट के निवासी

कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। पैरिस कहे जाने वाला कपूरथला शहर के निवासी गंदगी के ढेरों की वजह से नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर है। उक्त शब्द यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय उपप्रधान अवि राजपूत ने मोहल्ला शेरवाला गेट के वार्ड नंबर 2 में शिव मंदिर के सामने लगे कूड़े के ढेर के लिए नगर निगम को कोसते हुए कही। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी यह बात बार-बार कहते नहीं थकते कि वह युद्ध स्तर पर शहर का विकास करने तथा शहर को खूबसूरत बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। लेकिन इसके उलट नगर निगम के विकास कार्यों की पोल मोहल्ला शेरवाला गेट के वार्ड नंबर दो में शिव मंदिर के सामने लगे कूड़े के ढेर में खुलती है। यहां पर लगे कूड़े के ढेरों से राहगीरों और रोजाना मंदिर में आने जाने वाले सैंकड़ों श्रद्धालुओं का जीना दूर्भर हो गया है। अवि राजपूत ने बताया कि गंदगी के इस ढेर के हमेशा इस जगह पर लगे रहने कारण वहां के निवासियों, दुकानदारों, राहगीरों को गंदगी और बदबू के कारण नारकीय जिंदगी व्यतीत करनी पड़ रही है। वहीं आवारा पशु इस गंदगी को बिखेर देते हैं तथा मच्छरों की भरमार के कारण बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि शहर के मार्कफैड रोड, अमृतसर रोड, जलोखना चौंक, कांजली रोड, शालीमार बाग के अलावा और कई जगहों पर गंदगी के बड़े-बड़े ढेर लगे रहते हैं।
देश की राजधानी नई दिल्ली के चिराग दिल्ली इलाके में एक बेरहम मां ने अपनी 2 माह की बच्ची का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। मृतक बच्ची अनन्या का कसूर सिर्फ इतना था कि वह लडक़ी थी। आरोपी महिला डिंपल कौशिक इसी बात से परेशान थी। इसलिए उसने बेटी को मारने का फैसला किया और उसकी लाश माइक्रोवेव में छिपा दी। पड़ोसियों और सास की शिकायत पर पुलिस ने जांच की, तब अनन्या की लाश मिली।

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