अध्यात्म और विज्ञान का विशाल समंदर है श्री सत्य सनातन धर्म: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद एवं राम राज्य परिषद की तरफ से विक्रमी संवत नववर्ष और नवरात्रों के पावन अवसर पर सनातम धर्म पर चर्चा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। भाविप अध्यक्ष व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में किए गए आयोजन में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े सदस्यों ने सनातन धर्म की महानता एवं धार्मिक आयोजनों में छिपे वैज्ञानिक रहस्यों संबंधी विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर श्री अरोड़ा ने कहा कि श्री सत्य सनातन धर्म विश्व का सबसे पुरातन धर्म है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में आध्यात्म और विज्ञान का समन्वय है जो हमें मानव होने का गर्व करवाता है तथा हमारी जीवन शैली को संतुलित और अनुशासनिक बनाता है। श्री अरोड़ा ने कहा कि हमने सनातन धर्म के बारे में अब तक जो भी पढ़ा है वह अंश मात्र भी नहीं है और इसे जानने के लिए हमें शास्त्रों का गहनता से अध्ययन करना चाहिए।

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श्री अरोड़ा ने कहा कि युवा वर्ग को सनातन धर्म की महानता संबंधी समझाने के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा ताकि हमारी आने वाली पीढिय़ां भी सनातन धर्म के बारे में जान सकें और इसे आगे बढ़ाने के लिए इस पर पहरा दे सकें। इस दौरान उन्होंने सभी को विक्रमी संवत नववर्ष एवं नवरात्रों की बधाई दी। इस अवसर पर राम राज्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट गौरव गर्ग ने सभी को नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में हर दिन विशेष होता है और हर दिन कोई न कोई व्रत एवं त्योहार है। इसे जानने के लिए हमें शास्त्रों का ज्ञान होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि सनातन पद्धति में हर अनुष्ठान एवं धार्मिक रीतिरिवाज हमारे उत्थान के लिए बना है। जिस प्रकार शरीर के लिए आक्सीजन की आवश्यता है उसी प्रकार अध्यात्म को समझने के लिए सनातन धर्म से जुडऩा होगा और इसके लिए जरुरी है कि हम अपने व्रत एवं त्योहार सनातन पद्धति के अनुसार मनाएं। मुगलों एवं अंग्रेजों द्वारा शासन किए जाने के चलते हमारी संस्कृति में बहुत सारे विकार आ चुके हैं, जिन्हें दूर करने के लिए हम सभी को एकजुटता से प्रयास करने हेतु आगे आना होगा। आज हम विक्रमी संवत के अनुसार 2079 में जीवन यापन कर रहे हैं, जबकि अंग्रेसी नववर्ष 2022 ही चल रहा है।

उन्होंने श्री अरोड़ा द्वारा युवाओं को सनातन धर्म से जोडऩे हेतु किए जाने वाले विशेष प्रकल्प में पूरा सहयोग देने की बात कही। इस मौके पर भाविप सचिव राजिंदर मोदगिल ने कहा कि जिस प्रकार अन्य धर्मों से संबंधित ऑल इंडिया एवं विश्व स्तर पर कमेटियां व संस्थाएं बनी हुई हैं, जो उनसे संबंधित लोगों की आवाज को बुलंद रखती हैं और धर्म सिद्धांतों की रक्षा हेतु हर स्तर पर लड़ाई लड़ती हैं। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर सनातन धर्म से संबंधित भी एक ऐसी संस्था जरुर होनी चाहिए जो विश्व स्तर पर सनातनियों की रक्षा हेतु कार्यरत रहे। इस मौके पर प्रसाद वितरण उपरांत कार्यक्रम को विश्राम दिया गया। इस अवसर पर राजिंदर मोदगिल, शाखा बग्गा, अमरजीत शर्मा, निशांत शर्मा, अंशुल जैन, नितिन गुप्ता, नवीन गुप्ता, मोनू गुप्ता, सरबजीत, अभिषेक भाटिया आदि मौजूद थे।

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