होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा ज़िला वातावरण प्लान को लागू करने के लिए गठित निगरान कमेटी के चेयरमैन जस्टिस (रिटाः) जसबीर सिंह ने कहा कि ज़िले के अलग-अलग विभाग आपसी तालमेल के साथ वातावरण की संभाल के लिए अहम कदम उठाएं, जिससे वातावरण की शुद्धता बरकरार रखी जा सके। वह आज निगरान कमेटी की तरफ से ज़िले के वातावरण से जुड़े विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे। इस मौके कमेटी के सीनियर मैंबर एस.सी. अग्रवाल पूर्व मुख्य सचिव पंजाब, मैंबर संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल, टैक्निकल एक्सपर्ट बाबू राम और डिप्टी कमिशनर सन्दीप हंस भी मौजूद थे।
मीटिंग दौरान कमेटी के चेयरमैन जस्टिस (रिटाः) जसबीर सिंह ने सम्बन्धित विभागों के मुखियों को एकजुट्टता का न्योता देते हुये कहा कि आज के दौर में पानी, हवा और धरती को संभालने की ज़रूरत है, इसलिए पूरी गंभीरता के साथ वातावरण प्लान अनुसार तय लक्ष्यों को समय सीमा के अंदर पूरा किया जाये। उन्होंने कहा कि हरेक विभाग वातावरण के प्रति ज़िम्मेदारी समझे, जिससे हम आने वाली पीढ़ीयों के लिए अच्छा वातरवरण छोड़ कर जाऐं। उन्होंने कहा कि सूखे और गीले कूड़े और गंदे पानी की निकासी से सम्बन्धित जो काम अब तक शहरों में हो रहे थे, वह गाँवों में भी होने हैं।
कमेटी के चेयरमैन जस्टिस (रिटाः) जसबीर सिंह ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के हुक्मों की यथावत पालना की जाये। उन्होंने नगर कौंसिलों को कहा कि निर्धारित समय के दौरान यकीनी बनाया जाये कि सूखे और गीले कूड़े का वर्गीकरण करके सही तरीके से इसका निपटारा किया जाये। उन्होंने कहा कि घरों से गीला और सुखा कूड़ा उठाने वाली रेहड़ी या वाहन पर अब एक तीसरा डिब्बा भी लगाया जाये, जिसमें घरों का बायो मैडीकल वेस्ट (मरहम पट्टियाँ, इंजेक्शन, सैनेटरी पेड्स आदि) एकत्रित किया जाये, जिससे उसका निपटारा योग्य तरीके से हो सके। इसी तरह उन्होंने ई वेस्ट एकत्रित करने के लिए भी ठोस योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दरिया या नालों के नज़दीक बने डम्पों की चारदीवारी यकीनी बनाई जाये, जिससे कूड़ा पानी में न जा सके। उन्होंने कृषि विभाग के पास फसलों के अवशेष को आग लगाए बिना इसका खेत में ही प्रबंधन करने वाली मशीनों का प्रयोग का जायज़ा लेते कहा कि इस सम्बन्धित जागरूकता गतिविधियों में ज़िला कानूनी सेवाओं अथारिटी का सहयोग भी लिया जाये। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के इलावा सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और माइनिंग सम्बन्धी भी ज़रूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वातावरण की संभाल के लिए एन.जी.ओज़ का भी अधिक से अधिक सहयोग लिया जाये।
कमेटी के सीनियर मैंबर ऐस.सी. अग्रवाल पूर्व मुख्य सचिव पंजाब ने कहा कि विभागों के अधिकारी वातावरण की संभाल के लिए भरसक यत्न करें, जिससे आने वाली पीढ़ी को शुद्ध वातावरण मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को अपनी ज़िम्मेदारी पूरी तनदेही के साथ निभाने के लिए भी कहा। संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि यदि वातावरण की संभाल के लिए काम न किया तो इसका हर्जाना आने वाली पीढ़ीयों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में कुदरती स्त्रोतों की संभाल करनी समय की मुख्य ज़रूरत है और वातावरण की शुद्धता बरकरार रखने के लिए सबको अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए।
डिप्टी कमिशनर ने भरोसा देते कहा कि वातावरण की रक्षा के लिए ज़िले में वातावरण प्लान अनुसार सभी लक्ष्य एक योजनाबद्ध तरीके से निपटाये जाएंगे। उन्होंने ज़िला निवासियों को भी अपील की कि वातावरण की संभाल के लिए सांझा प्रयास करने की ज़रूरत है, इसलिए विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ हरेक व्यक्ति की इस प्रति सम्मिलन बहुत ज़रूरी है। इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (शहरी विकास) सन्दीप कुमार, ज़िला विकास एवं पंचायत अफ़सर अजय कुमार के इलावा बी.डी.पी.ओज़, ई.ओज़, सिविरेज बोर्ड और ड्रेनेज विभाग के ऐक्सियन, कृषि विभाग, निगम और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सीनियर अधिकारियों के अलावा और भी अलग-अलग विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।