पेट्रोल डीजल के दाम में नाममात्र की कमी करना जनता को झूठे प्रलोभन देने जैसा: अभिषेक राणा

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। आंकड़ों की बाजीगर है भाजपा सरकार मौकापरस्ती में पेट्रोल डीजल के दाम से खेलती है केंद्र सरकार। पेट्रोल के दाम अचानक से बढ़ जाते हैं और फिर कुछ हद तक कम हो जाते हैं जिस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया अध्यक्ष और प्रवक्ता अभिषेक राणा ने भाजपा सरकार को आंकड़ों का बाजीगर कहा है। अभिषेक ने कहा की पेट्रोल डीजल के दाम आसमान में चढ़ा कर फिर उसके बाद नाम मात्र की कमी करके जनता को प्रलोभन देना भाजपा के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। इस सरकार ने चुनावी दौर में आसमान छू रहे पेट्रोल के दामों में नाममात्र की कमी की और चुनाव खत्म होते ही इसे फिर से आसमान पर चढ़ा दिया। दो महीने पहले तो 10 रुपये दाम बढ़ा दिए और अब कम करके वाहवाही लूट रही है केंद्र सरकार। लेकिन जनता को ऐसे झूठे प्रलोभन देने का कोई फायदा नहीं है यदि केंद्र की भाजपा सरकार सच में नागरिकों का हित चाहती है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों को भी जीएसटी के दायरे में लेकर आए। 
अभिषेक राणा ने कहा कि आज देश और प्रदेश का हर नागरिक, हर व्यक्ति, हर युवा, हर ग्रहणी महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचारी से त्रस्त हो चुकी है और दुर्भाग्यवश कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। क्योंकि आज  साधारण आजीविका की चीजें भी गरीब आदमी की पहुंच से बाहर हैं। आने वाले समय में सिर्फ करोड़पति लोग ही गाड़ी और मोटरसाइकिल चला सकेंगे क्योंकि पेट्रोल के दाम आसमान छूने लगे हैं। दाम कम करने के बावजूद भी वह इतने हैं कि गरीब व्यक्ति की पहुंच में नहीं है। ऐसे में केंद्र सरकार को मंथन करना चाहिए कि क्या चुनावों के वक्त ही महंगाई को कम किया जा सकता है और यदि पेट्रोल के दाम कम करना केंद्र सरकार के हाथ में है तो वह हमेशा के लिए कम क्यों न

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