कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से गांव हुक्कड़ा में मक्की की काश्त संबंधी किसान गोष्ठी आयोजित

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से बीते दिनों गांव हुक्कड़ां में मक्की की काश्त संबंधी किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में किसानों से रुबरु होते हुए केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर(प्रशिक्षण) डा. मनिंदर सिंह बौंस ने बताया कि पंजाब सरकार, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय व किसान कल्याण विभाग पंजाब की ओर से भू जल के गिरते स्तर के मद्देनजर अभियान के रुप में धान की सीधी बिजाई, पानी की बचत वाली वैकिल्पक फसलों की काश्त व पानी की संभाल बाबत तकनीके अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। इस कड़ी के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से खरीफ की मक्की की काश्त संबंधी नवीनतम तकनीकें सांझी करने के लिए यह किसान गोष्ठी आयोजित की गई।

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डा. मनिंदर सिंह बौंस ने बताया कि पंजाब कृषि विश्वविद्याल, लुधियाना की ओर से पिछले वर्ष नई दोगली किस्म- पी.एम.एच 13 की सिफारिश की गई थी, जो कि करीब 97 दिनों में पक जाती है व इसका औसतन झाड़ करीब 24.0 क्विंटल प्रति एकड़ है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी की ओर से नई कंपोसिट किस्में भी दी गई थी जो कि 12(जे.सी 12) व जे.सी 4 मक्की की जे.सी 12 किस्म करीब 99  दिन में पकती है व इसका औसतन झाड़ 18.2 क्विंटल प्रति एकड़ है। इस किस्म की सिफारिश पंजाब के कंडी इलाकों के लिए की गई है। उन्होंने बताया कि जे.सी 4 किस्म रोटी के लिए उचित है व इसके आटे की रोटी स्वाद व मुलायम बनती है।

उन्होंने बताया कि इस किस्म की सिफारिश पंजा ब के सेंजु व कंडी इलाकों के लिए की गई है। इस किस्म की सिफारिश जैविक खेती के अंतर्गत की गई है। इन  कंपोसिट किस्मों का किसान बीज  रख कर अगले वर्ष भी बिजाई कर सकते हैं।   कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोगी प्रोफैसर(फसल विज्ञान ) डा. गुरप्रताप  सिंह ने मक्की की प्रदर्शनियों के मनोरथ, खरीफ की मक्की की उन्नत दोगली किस्म, पी.एम.एच 13, उसकी सफल काश्त, कीट नाशक प्रबंध व खाद प्रबंध के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने मिट्टी परीक्षण के आधार पर खादों के सुचारु प्रयोग व धान की मक्की में जीवाणु खादों के प्रयोग के बारे में जानकारी सांझी की व इन प्राकृतिक ोतों की संभाल तकनीकों को अपनाने संबंधी जोर भी दिया। सहायक प्रोफेसर(पौध सुरक्षा) डा. प्रभजोत कौर ने खरीफ की मक्की के प्रमुख कीड़ों की पहचान, नुकसान की पहचान व सर्वांगीण कीट प्रबंध के बारे में विस्तार से बताया।


किसानों की सुविधा के लिए खरीफ की मक्की पी.एम.एच 13 का बीज, धान व मक्की के लिए जीवाणु खाद व खेती साहित्य भी मुहैया करवाया गया व मिट्टी के सैंपल भी लिए गए। इस मौके पर हुक्कड़ा बहुउद्देशीय सहकारी सोसायटी के सचिव बलकार सिंह, राजपुर बहुउद्देशीय सहकारी सोसायटी के सचिव सुखविंदर सिंह, गांव हुक्कड़ा के पूर्व सरपंच महिंदर सिंह पाल सिंह, हुक्कड़ा बहुउद्देशीय सोसायटी के प्रधान कुलविंदर सिंह, गांव हुक्कड़ा से सुरिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, तेजिंदरप्रीत सिंह व गांव फुगलाना, मुखलियाना, भूंगरनी व राजपुर भाईयां के सभी प्रगतिशील किसान मौजूद थे।

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