होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 1901 को एक संभ्रांत परिवार में पैदा हुए हुए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी 31 वर्ष की आयु में कुलपति बन गए थे और उन्हें वकालत के साथ-साथ गणित में भी महारत हासिल थी। उपरोक्त शब्द राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन श्री विजय सांपला ने पूर्व पार्षद नीति तलवाड की अध्यक्षता में डॉ. श्यामाप्रसाद के जन्मदिवस पर पौधारोपण करते हुए कहे । सांपला ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कर्मक्षेत्र के रूप में 1939 से राजनीति में भाग लिया और आजीवन इसी में लगे रहे। समरोह को संबोदत करते हुए यूथ डिपार्मेंट डेवलपमेंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन संजीव तलवाड़ ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कांग्रेस की उन नीतियों का विरोध किया जिससे हिंदुओं को हानि उठानी पड़ रही थी। उनका मानना था कि अहिंसावादी नीति के अंधानुसरण के फलस्वरूप समूचा बंगाल पाकिस्तान का अधिकार क्षेत्र बन जाएगा।’ उन्होंने कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का सदैव खुलकर विरोध किया।
इस मौके पूर्व पार्षद तलवार ने कहा कि पिछले लंबे समय से पर्यावरण समस्या को देखते हुए सभी महत्वपूर्ण देशों पर भंगी जो को हरा-भरा करने का संकल्प हम सब ने ले रखा है इसलिए आज अपने आदर्श श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित 101 बूटे लगाने का कार्य शुरू किया गया है और यह पौधे केवल फलों के लगाए जाएंगे जिससे किसी भूखे का पेट भी भर सके। इस मौके भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सर्वजीत कौर सुरेंद्र कौर प्रदूषण वर्मा डीएस बागी प्रिया सैनी सोनिया तलवार परमजीत कौर कमलजीत कौर सुखदेव सिंह सुखदेव सिंह सरदार पुष्पिंदर सिंह भी उपस्थित थे।