होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हमारी मांगे पूरी करो का नारा मार कर आए दिन हड़ताल पर रहने वाले सरकारी बैंक कर्मचारी जनता के प्रति अपना फर्ज भी समझें तथा सरकारी बैंकों में सबसे ज्यादा बुरा हाल एसबीआई कर्मचारियों का है। जिन्हें अपने खाता धारकों के साथ व्यवहार करना भी नहीं आता। जिसके चलते लोगों का सरकारी बैंकों खासकर एसबीआई से विश्वास उठता जा रहा है। यह सबसे बड़ा कारण है कि आज प्राइवेट बैंक सरकारी बैंकों से अधिक तरक्की कर रहे हैं। कुछेक मजबूरियों एवं सरकार द्वारा बैंकों के माध्यम से ही सेवाएं देने संबंधी तय नियमों के चलते ही लोग सरकारी बैंकों के साथ जुड़े हुए हैं अन्यथा इन बैंकों में कोई जाना भी पसंद न करे। यह विचार आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव संदीप सैनी ने एसबीआई बैंक कर्मियों की घटिया कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त करते हुए व्यक्त किए।
आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में श्री सैनी ने कहा कि एसबीआई के अधिकतर कर्मियों को बात तक करने की तमीज़ नहीं है तथा न ही वे किसी को सही गाइड करना जरुरी समझते हैं। अगर किसी काम से कोई बैंक में चला भी जाए तो वह तौबा करके ही बाहर निकलता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां प्राइवेट बैंक कर्मचारी खाता धारकों एवं बैंक में किसी काम से आने वाले लोगों का दिल से स्वागत करते हैं तथा उनका व्यवहार ही बहुत सभ्य होता है तो वहीं दूसरी तरफ उक्त बैंक हैं कि बैंक से मोटे वेतन एवं अन्य सुविधाएं पाने वाले अधिकतर कर्मचारी खाताधारक एवं बैंक में आने वाले लोगों का कोई सम्मान नहीं करते। इसलिए सरकार को ऐसे कर्मियों पर लगाम कसने एवं एसबीआई की कार्यप्रणाली सुधारने हेतु ठोक कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा बैंक अधिकारियों को भी चाहिए कि वह एक आम खाता धारक बनकर बैंक जाएं और फिर उन्हें पता चलेगा कि यह बैंक सेवाओं के नाम पर जनता के लिए किस प्रकार समस्या का कारण बने हुए हैं। उन्होंने कर्मचारियों से भी अपील की कि वह अपने व्यवहार में बदलाव लाएं नहीं तो उनके खिलाफ सडक़ों पर उतरने से कोई परहेज नहीं किया जाएगा।