होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। जिला संघर्ष कमेटी व लोकल बॉडी सैल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष कर्मवीर बाली ने कहा कि 174 की कार्यवाही तो तब की जाती है जब आत्महत्या की हो या मामला संदिग्ध हो, लेकिन ए.एस.आई सतीश कुमार ने मरने से पहले लाईव होकर जो उसके साथ बीती थी वो बयान दे दिए थे और उसने स्पष्ट रुप से एस.एच.ओ का नाम भी बताया था, फिर भी दफा 174 लगाना पुलिस की कारवाई को संदिग्ध बना रही है और इससे साबित होता है कि कारवाई निष्पक्ष नहीं हो रही उल्टा बचाव किया जा रहा है। अगर ऐसी कारवाई आम आदमी ने की होती तो पुलिस उसे कभी भी ना बख्शती । जुर्म कानून की निगाह में सभी के लिए समान है चाहे कोई भी हो। ए.एस.आई ने जो अपने आप पर गोली चला कर अपनी जीवन लीला समाप्त की है उसे कभी भी ठीक नहीं कहा जा सकता, अगर वो अपनी फरियाद एस.एस.पी. साहिब से करता तो उसे इंसाफ मिलता और साथ ही उसकी कीमती जान भी बच सकती थी और परिवार जिस हालत में छोड़ गये हैं उससे बचा जा सकता था।
वर्तमान हालात यह है कि आम आदमी और खुद पुलिस वाले जो कानून के रक्षक हें उन्हे भी कानून पर विश्वास नहीं रहा, दरखास्तें देने पर भी इंसाफ नहीं हो रहा है, उल्टा प्रार्थी को ही धूमना पड़ता है । एक दरखास्त जिसे पुलिस कप्तान ने 10 दिन के अंदर जांच रिर्पोट पेश करने को कहा गया था जांच तो क्या प्रार्थी को भी नहीं बुलाया गया, यही कारण है जिससे लोगों का कानून के प्रति विश्वास उठ रहा है और जज़्बात में ए.एस.आई. सतीश कुमार जैसे फैसले हो रहे हैं। इंसाफ में तेजी लाई जाये ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके। इस अवसर पर नरिन्द्र सिंह, गुड्डु सिंह, निर्मल सिंह, वलविंदर कुमार, विद्याभूषण आदि उपस्थित थे।