संविधान दिवस को उत्सव के तौर पर मनाएगे: भाजपा 

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। संविधान दिवस के पावन पर्व के मौके पर जिला भाजपा द्वारा चब्बेवाल में एक विचार गोष्टी का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा,जिला एससी मोर्चा अध्यक्ष जसवीर सिंह, बीबी मोहिंदर कौर जोश, प्रदेश महामंत्री एससी मोर्चा एडवोकेट मोहित भारद्वाज, एससी मोर्चा प्रदेश प्रवक्ता ओम प्रकाश भगत, जिला महामंत्री मीनू सेठी, विजय सूद विशेष तौर पर उपस्थित हुए।

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कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर अपने विचार रखते हुए प्रदेश एससी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट मोहित भारद्वाज ने कहा कि आज सारे  देश प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर संविधान दिवस को उत्सव की तरह मनाया जा रहा है। एडवोकेट भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी, तब  उन्होंने मंच से कहा था कि आज कि अगर आज वो प्रधानमंत्री के रूप में देश की  सेवा कर रहे हैं यह सिर्फ  और सिर्फ बाबा साहेब की बदौलत  हैं जिन्होंने हम सब को एक समान मौलिक अधिकारों का सदुपयोग करने का मौका दिया। एडवोकेट भारद्वाज ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी के इलावा किसी भी राजनितिक दल के नेता या किसी की  केन्दर सरकारों ने यह कदम नहीं उठाया कि सविधान को व्यापक स्तर पर मानता दे कर सिवधान दिवस के रूप में मानने को देश के सामने प्रस्तुत किया जाये।

उन्होंने कहा कि भारतीय लोगतान्त्रिक देश में सविधान के अनुसार गरीब, शोषित, पिछड़े वर्गों के साथ-साथ सम्पूर्ण मानव जाती के मौलिक अधिकारों को एक सूत्र में प्रोन का काम बाबा साहिब द्वारा तैयर किये गए सविधान में मिलता हैं।  हम सब भाजपा कार्यकर्ताओं की एक नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं कि बाबा साहब के इन विचारों को उनके तैयार किये गए भारतीय संविधान को आम जनमानस तक घर- घर तक पहुंचने के लिए हमें काम करना होगा। एडवोकेट भारद्वाज ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर अकेले दलित समाज के मसीहा न होकर सम्पूर्ण मानव जाति के मसीहा थे।जिन्होंने संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है. आज ही के दिन आजाद भारत को एक संविधान मिला था. 26 नवंबर 1949 को, संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को सूचित किया था, कि भारत सरकार ने नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए 26 नवंबर को प्रतिवर्ष ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

डॉ दिलबाग राय ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर द्वारा तैयार किए गए भारतीय सँविधान ने सबको एक समान जीने का अधिकार दिया है।गरीब,शोषित और पिछड़े वर्ग को आगे आने का बेहतरीन अवसर सँविधान ने ही दिया है। इस मौके पर बीबी मोहिंदर कौर जोश ने कहा कि सँविधान में दिए गए कर्तव्यों की पालना करना हम सब देशवासियों का दायित्व है।उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने बड़ी जाँच-परख के बाद हमारे देश का सँविधान तैयार किया है ताकि सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश को सँविधान के अनुसार चलाया जा सके।उन्होंने कहा कि गरीब घर से सम्बंधित बाबा साहब ने अपनी इच्छाशक्ति के दम पर पढ़ाई की और देश को अमूल्य सँविधान दिया।

इस मौके पर विजय पठानिया,राजकुमार,बलबीर विरदी,पार्षद नरिंदर कौर,हरदीप लौंगिया,जिन्दू सैनी,मोहिंदरपाल सैनी,करन मेहता,कृष्ण चौधरी,मनजीत सिंह,मनोज मल्होत्रा,धीरज ऐरी, सुनीता, गुरमिंदर कौर,बलराम शर्मा,अशोक कौशल,अमरजीत सिंह लाडी,पाल सिंह,हरजीत सिंह,गुरसेवक सिंह, सतबीर सत्ता, मैथिली शर्मा, मंगत राम, रीना गिल, गुरसेवक सिंह, रूप लाल, हरजीत जंडोली,दलबीर चंद, मंजीत परमार, किशोर, सुखजीत सिंह, अरुण राणा, सोम नाथ, सरबजीत सिंह, नानक सिंह,शोका भाम, अजय चोपड़ा आदि भी उपस्थित थे।

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