शारीरिक व आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे चार व्यक्तियों को जिला प्रशासन ने दिखाई आत्म निर्भर बनने की राह

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिला प्रशासन की एक बेहतरीन पहल के चलते शारीरिक व आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे होशियारपुर के चार व्यक्तियों को पैरों पर खड़ा होने का अवसर मिला है। जिला रोजगार ब्यूरो के माध्यम से इन्हें ‘स्वादिष्टम’ प्रोजैक्ट के अंतर्गत नि:शुल्क अत्याधुनिक रेहडिय़ां उपलब्ध करवाई गई है, जिसके माध्यम से यह सभी अपने तय किए गए स्थानों पर फूड बिजनेस के माध्यम से आत्म निर्भर हो सकेंगे।

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जिला रोजगार ब्यूरो में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने इन लोगों को इनकी अत्याधुनिक स्ट्रीट वैंड (रेहडिय़ां) सौंप उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) दरबारा सिंह भी मौजूद थे। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ‘स्वादिष्टम’ नाम के इस नए प्रोजैक्ट के माध्यम से सबसे पहले जरुरतमंद व दिव्यांग उम्मीदवारों का चुनाव किया गया, जिसके बाद इन उम्मीदवारों की एक माह की फूड क्राफ्ट इंस्टीच्यूट राम कालोनी कैंप में नि:शुल्क फूड प्रशिक्षण की ट्रेनिंग करवाई गई। इस ट्रेनिंग में उम्मीदवारों को अलग-अलग पकवानों को प्रोफैशनल व हाईजैनिक तरीके से बनाने का प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद इनके एफ.एस.एस.ए.आई. की ओर से अपना स्ट्रीट वैंड लगाने के लिए लाइसेंस अप्लाई करवाए गए। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से इस प्रोजैक्ट की शुरुआत करते हुए चार योग्य व इच्छुक उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के बाद नि:शुल्क स्ट्रीट वैंड तैयार कर अलग-अलग चिन्हित किए गए स्थानों पर अपना कारोबार शुरु करने के लिए रवाना किया गया।

कोमल मित्तल ने कहा कि चुने गए उम्मीदवारों में ओम प्रकाश जो कि दिव्यांग है, की ओर से वर्धमान फैक्ट्री की बैकसाइड पर, मनप्रीत सिंह जिसकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी है, वह सैंचूरी प्लाईवुड हरियाना रोड के सामने व आर्थिक रुप से कमजोर वनीत कुमार की ओर से बस अड्डा होशियारपुर व प्रेम चंद की ओर से न्यू सब्जी मंडी में अपनी रेहड़ी लगाकर अपना काम शुरु किया जाएगा। उन्होंने जिला रोजगार ब्यूरो की इस पहलकदमी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला रोजगार व कारोबार ब्यूरो इन जरुरतमंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है व भविष्य में भी इस तरह के प्रोजैक्टों के माध्यम से अधिक से अधिक बेरोजगारों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए प्रयास करता रहेगा।

इस दौरान जिला रोजगार अधिकारी गुरमेल सिंह, कैरियर काउंसलर आदित्य राणा, प्लेसमेंट अधिकारी राकेश कुमार, यंग प्रोफैशनल विक्रम सिंह व डी.बी.ई.ई. का समूह स्टाफ मौजूद था।
         

जिला प्रशासन ने मुश्किल समय में थामा मनप्रीत का हाथ

गांव दोलोवाल के 27 वर्षीय मनप्रीत सिंह अपनी दोनों किडनियां खो चुके है और उनका सिविल अस्पताल व एक निजी अस्पताल में सप्ताह में दो बार डायलसिस भी होता है। मनप्रीत बी.टैक (सिविल) योग्यता होने के बावजूद कहीं नौकरी नहीं कर सकता क्योंकि अपनी शारीरिक चुनौती के कारण उसे सप्ताह में दो बार डायलसिस करवाना पड़ता है। ऐसे में प्राईवेट नौकरी करने में दिक्कत आ रही है। मनप्रीत अपना फूड बिजनेस शुरु करना चाहते थे लेकिन आर्थिक तंगी के कारण शुरु नहीं कर पाया।

मनप्रीत ने बताया कि उसके दोस्त ने उसे जिला रोजगार ब्यूरो के बारे में बताया जिसके बाद उसने ब्यूरो तक पहुंच कर अपने बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने उसका फूड बिजनेस खोलने के लिए यह अत्याधुनिक रेहड़ी उपलब्ध करवाई, जिसके माध्यम से अब वह अपने पैरों पर खड़ा हो गया है और अपना खुद का फूड बिजनेस शुरु कर सकता है। मनप्रीत सिंह ने इस सहयोग के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने मुश्किल समय में उसका हाथ थामा है।

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