होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। डिफैंस कमेटी के पूर्व चेयरमैन कमल चौधरी ने जम्मू कश्मीर में सरकार द्वारा अवैध कब्जे हटाए जाने के अभियान को लेकर कुछ नेताओं द्वारा नुक्ताचीनी किए जाने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी भाग में अवैध कब्जों को हर हाल में हटाया जाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर में अगर सरकार अवैध कब्जे हटाकर वही जमीन सरकारी विभागों को अलाट कर रही है तो इसमें किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए, लेकिन दुख की बात है कि कई सीनियर नेता बयान दे रही हैं कि अगर बुलडोजर बंद ना किया गया तो वहां पर पत्थरबाजी फिर शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार की नियत पर शक नहीं किया जा सकता। क्योंकि अगर सरकार जमीन छुड़ाकर सरकारी विभागों को अलाट ना करती तो बात और थी क्योंकि ऐसी स्थिति में प्रभावशाली लोग दोबारा जमीन पर कब्जा कर सकते थे, लेकिन सरकार ने ऐसी किसी भी संभावना को समाप्त करते हुए साथ ही साथ अवैध कब्जों से छुड़ाई गई जमीन को सरकारी विभागों को अलाट कर दिया है।
उन्होंने कहा कि राजनीति चमकाने के लिए अवैध कब्जों को जायज ठहराना किसी दल अथवा नेता की मजबूरी हो सकती है, लेकिन देश हित में यह जरूरी है कि सरकारी जमीनों पर चाहे किसी भी तरह का अवैध निर्माण हो उसे हर हाल में हटाया जाना चाहिए। क्योंकि अगर ऐसा ना किया गया तो यह प्रवृत्ति आगे बढ़ते हुए देश के लिए नुकसानदेह साबित होगी। उन्होंने सभी से अपील की कि वे सरकार को अपना काम करने दे तथा प्रदेश में शांति बनाए रखें क्योंकि यह किसी के भी खिलाफ नहीं है।