चंडीगढ़, (द स्टैलर न्यूज़): पंजाब भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अरविंद खन्ना ने कहा कि वादों से मुकरने में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि किसानों की फसल खराब होने पर मुआवजा पहले दिया जाएगा जबकि गिरदावरी बाद में की जाएगी। लेकिन अब भारी बारिश से गेहूं की फसल खराब हो गई है, किसानों को मुआवजा तो क्या मिलना था, गिरदावरी के लिए उनको नामोशी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुक्तसर के किसान साधु सिंह सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण आत्महत्या जैसा कदम उठाने को विवश हुए हैं. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार से किसानों को परेशान ना करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को न्यूनतम खरीद मूल्य से कम कीमत पर सरसों की फसल बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरसों का निर्धारित मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल है लेकिन किसानों को 4040 रुपये प्रति क्विंटल ही मिल रहा है। उन्होंने सरकार से इस शोषण को भी रोकने की अपील की।
उन्होंने आगामी धान सीजन के लिए भी निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरह अपने हर वादे से मुकर रही है, उससे लगता है कि इस धान के मौसम में भी किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। अंत में खन्ना ने कहा कि दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जिन्हें किसानों और किसानी से कोई सरोकार और अनुभव नहीं है, को भगवंत मान के माध्यम से ऐसा कोई वादा नहीं करना चाहिए, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को किसी परेशानी का सामना करना पड़े।