यूथ कांग्रेस में घमासान: सवालों के घेरे में आई जतिंदर भोलू की नियुक्ति

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होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अरविंद स्टैलर। कांग्रेस पार्टी में किसी भी पद के लिए पार्टी संविधान के अनुसार वोटिंग (पार्टी कार्यकर्ताओं के मतदान) को आधार बनाया गया है तथा पार्टी संविधान द्वारा ही संवैधानिक पदों की संरचना की गई है ताकि कोई भी पदाधिकारी अपनी मर्जी से किसी भी पद पर आसीन होना व किसी को करने का साहस न जुटा सके। पार्टी विशेषज्ञों की माने तो ऐसा होने पर पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है।

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इन दिनों होशियापुर यूथ कांग्रेस में हाल ही में शहरी प्रधान की लोकसभा हल्का यूथ प्रधान द्वारा की गई नियुक्ति को लेकर पार्टी में अंदरखाते घमासान शुरु हो गया है। क्योंकि यूथ कांग्रेस में लोकसभा, विधानसभा के ऊपर प्रदेश स्तरीय प्रधान एवं प्रदेश पर राष्ट्रीय प्रधान नियुक्त किए जाने का प्रावधान है। जानकारी अनुसार इसमें शहरी एवं गांवों के प्रधान लगाए जाने का प्रावधान नहीं है। मगर लोकसभा प्रधान रोहित जोशी द्वारा जतिंदर भोलू को शहरी प्रधान नियुक्त किए जाने से एक नई चर्चा को जन्म मिला और पार्टी के भीतर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में इस नियुक्ति को लेकर खींचतान शुरु हो गई। यह भी सुनने को मिल रहा है कि अगर किसी कार्यकर्ता को कोई जिम्मेदारी दी जानी हो तो उसकी मंजूरी हाई कमांड से ली जानी भी जरुरी होती है।

पार्टी विशेषज्ञों का कहना है कि जब पार्टी संविधान के अनुसार कई पदों का प्रावधान ही नहीं है तो लोकसभा प्रधान को यह कदम उठाने से पहले किसी सीनियर से परामर्श करना चाहिए था।

इस बारे में बात करने पर विधानसभा होशियारपुर के अध्यक्ष नवप्रीत रैहल ने बताया कि पार्टी संविधान के अनुसार यह नियुक्ति नहीं हो सकती। अब लोकसभा अध्यक्ष ने यह नियुक्ति किन अधिकारों और किसकी आज्ञा से की है ये तो वे ही बता सकते हैं। मगर संवैधानिक तौर पर जतिंदर भोलू की नियुक्ति सरासर नियमों का उलंघन है।

इस संबंध में बात करने पर लोकसभा यूथ कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट रोहित जोशी ने कहा कि उनके कार्यकाल में ही कई ऐसे ब्लाक हैं जैसे दसूहा, तलवाड़ा, हाजीपुर, मुकेरियां, गढ़दीवाला, आदि हैं जहां पर शहरी अध्यक्षों की नियुक्तियां हुई हैं और उन्होंने कोई भी कार्य पार्टी संविधान के उल्ट नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए वह युवाओं को साथ जोड़ रहे हैं तथा अगर कोई युवा पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करता है तो उसे जिम्मेदारी सौंपना गलत नहीं है।

प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अमरप्रीत सिंह लाली से बात करने पर उन्होंने बताया कि वह चंडीगढ़ में हैं तथा उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अगर कोई पदाधिकारी कोई नियुक्ति करता है तो उससे पहले वह अपनी हाईकामंड के साथ परामर्श जरुर करता है तथा जिस व्यक्ति को नियुक्त किया जा रहा है उस संबंधी जानकारी देता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई नियुक्ति हुई है तो वह उसे रद्द करते हैं तथा इस संबंधी सारी जानकारी हासिल करके पार्टी संविधान के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी संविधान से ऊपर कुछ भी नहीं है तथा अनुशासन भंग करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।

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