एनएच-03 निर्माण की खुदाई में बचे मकान अब गिरने के कगार पर, खतरे में खड़े मकानों का मुआवजा भी न मिला 

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । एनएच 03 निर्माण की खुदाई में बचे मकान अब गिरने के कगार पर पहुंच गए हैं। हैरानी इस बात की है कि खतरे में खड़े इन मकानों का मुआवजा भी नहीं मिला है। निर्माण कंपनी द्वारा की जा रही बेतरतीब खुदाई से मकानों की नीव हिल चुकी है।हमीरपुर से मंडी वाया टौणी देवी, अवाहदेवी  बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 03 का निर्माण कार्य लोगों के लिए जहां पार्किंग, लोडिंग अनलोडिंग, पानी निकासी जैसी समस्याएं लेकर आया है वहीं अब निर्माण कार्य में मकानों की शामत आ गई है। अकेली समीरपुर पंचायत में करीब  आधा दर्जन मकान गिरने की कगार पर आ गए हैं। जिससे लोग खौफ के साए में अपना समय बिताने के लिए मजबूर हैं। 

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कंपनी की लेट लतीफी बरसात में पड़ेगी  भारी

लोगों को डर है कि अभी जल्द ही बरसात भी आने को है तो उनके मकान बरसात में कैसे बच पाएंगे।  आजकल हो रही बारिश से ही उन्होंने अपने मकान के संरक्षण के लिए तिरपाल आदि उढाकर मकान की नींव को बचाने का प्रयास तो किया है। परंतु यह इसका ठोस समाधान नहीं है। लोगों ने अपनी जिंदगी भर की मेहनत से जुड़ी जमा पूंजी अपने मकानों पर तो लगा दी। परंतु यह नहीं जानते थे यह सब बर्बाद हो जाएगा। बात यह भी है कि कुछ लोगों को मुआवजा तो दिया गया है परंतु अब उनके पुनर्वास के लिए जमीन तक नहीं मिल पा रही है। और कईयों की शिकायत यह भी है कि उन्हें उनका सही मुआवजा नहीं प्रदान किया गया। कई जगह  तीन  मंजिला मकान कंपनी की लापरवाही के कारण आज गिरने के कगार पर खड़े हैं। लोगों का आरोप है कि निर्माण  कंपनी के प्रबंधक और कर्मचारी सिर्फ निर्माण कार्य को तेज करने पर उतारू हैं।  

समीरपुर में कुछ ऐसे हैं हालात 

समीरपुर पंचायत के प्रधान चंद्रमोहन का कहना है कि  निर्माण कंपनी की लापरवाही और बेतरतीब कार्यप्रणाली से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि समीरपुर पंचायत के सँगरोह कलां गांव के करीब आधा दर्जन से ऊपर मकान आज गिरने की कगार पर खड़े हैं। सँगरोह कलां  गांव के दलेल सिंह पुत्र संसार चंद, मिल्क राज पुत्र ज्ञानचंद, मनमोहन कुमार पुत्र कल्याण चंद, कुलदीप सिंह पुत्र हरिदास,अमर चंद पुत्र बसंत राम आदि के मकान गिरने की कगार पर है। उन्होंने प्रशासन और सरकार के इनके पुनर्वास और मकानों के संरक्षण बारे आग्रह किया है। वही  एन एच 03 प्रभावित पीड़ित मंच टौणी देवी के अध्यक्ष अमी चंद ने बताया कि कंपनी की लापरवाही और बेतरतीब कार्यप्रणाली से पूरा क्षेत्र विनाश की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि अगर कंपनी ने  मनमर्जी नहीं छोड़ी तो आंदोलन के लिए जल्द ही सड़कों पर उतरेंगे। 

क्या कहते हैं साइट इंजीनियर

साइट इंजीनियर सुशील कुमार ने बताया कि समस्या उनके ध्यान में है और मकानों के गिरने का अंदेशा बना हुआ है। परंतु कुछ जगह अधिगृहित जमीन का पता नहीं चल पा रहा है। इस बारे तहसीलदार भोरंज को मौके पर बुलाया गया है ताकि जमीन की वास्तविकता का पता चले। मकानों के संरक्षण के लिए कंपनी को उचित निर्देश दिए जाएंगे।

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