होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शिवसेना हिंदुस्तान की हंगामीं बैठक प्रदेश उपाध्यक्ष राजिंदर राणा की अध्यक्षता में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताने के विरोध में संपन्न हुई। राजिंदर राणा ने कहा कि ट्रूडो खालिस्तानयों के वोटों के चक्कर में भारत सरकार विरुद्ध बयान बाज़ी कर रहे हैं इसकी जितनी निंदा की जाये कम है। कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं। इस तरह के निराधार आरोप भारत सरकार द्वारा निरंतर कनाडा सरकार पर खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कारवाई के दबाव को दर्शाता है और कहीं ना कहीं विश्व स्तर पर खालिस्तान के मुद्दे से ध्यान हटाने की सोची समझी साजिश है, कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों को आश्रय दिया गया है और जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं।
इस मामले पर कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से और निरंतर भारत सरकार एवं भारतीयों के लिये चिंता का विषय बनी हुई है। राणा ने कहा कि भारत आज विश्व स्तर पर मजबूत है और विश्व खालिस्तान के मुदे पर भारत के विरूद्ध नहीं भारत के समर्थन में नजर आ रहा है जिस कारण आज कनाडा के पी. एएम. जस्टिन ट्रूडो खुद अपनी ही रची साजिश में घिरते दिख रहे हैं। राणा ने कहा कि जस्टिस ट्रूडौ के बयान ने खालिस्तानी समर्थकों के हौसले बुलंद कर दिये जिस के परिणाम स्वरुप भारत में 2019 से प्रतिबंधित कनाडा के खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नु ने भारतीय मूल के हिंदुओं के खिलाफ एक बार फिर जहर उगला है और कहा कि भारतीय मूल के हिंदू कनाडा छोडक़र भारत चले जाएं अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार हो जाए।
राणा ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो अगर खालिस्तान के इतने ही पक्षधर हैं तो कनाडा में ही खालिस्तान बनवा ले भारत विरोधी खालिस्तान समर्थकों को पनाह दे कर अपने लिये ही खडा खोद रहे हैं जिसे भारत कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा। इस अवसर पर दीपक दीपा, सुदर्शन सिंह बेदी,कमल किशोर, भूपेंद्र सिंह, सतीश कुमार, अमृत कुमार, अंशु, यशपाल सिंह आदि उपस्थित थे।