मान हमेशा पंजाबियों विशेषकर सिखों से संबंधित मुददे उठाने से बचना पसंद करते हैं: मजीठिया

होशियारपुर/मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। शिरोमणी अकाली दल ने कनाडा में वीजा निलंबन के कारण पंजाबियों को हो रही समस्याओं का मुददा उठाने में नाकाम रहने पर भगवंत मान की निंदा करते हुए कहा कि  मुख्यमंत्री पंजाब से संबंधित मुददों का समाधान करने में पूरी तरह विफल रहे हैं।

यहा यूथ अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सरबजीत सिंह झिंझर द्वारा आयोजित 50वीें  यूथ मिलनी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उन्हे यह देखकर हैरानी हुई कि भगवंत मान ने नाॅर्थ जोन कांउसिल की मीटिंग की मेजबानी की थी, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने की , लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री कनाडा के नागरिकों पर भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण पंजाबियों को पेश आ रही समस्याओं के मुददे को उठाने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं।  उन्होने कहा कि हर साल  लाखों भारतीय जिसमें अधिकांश पंजाब से हैं अपने परिवारों से मिलने और सुख दुख के समय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपने देश लौटते हैं। इसके अलावा कई अन्य मुददों के अलावा सस्ती चिकित्सा सुविधाओं का लाभ लेने के लिए देश का दौरा करते हैं। उन्होने कहा कि बड़ी संख्या में पंजाबियों को  वहां लंबे समय से रहने के कारण कनाडा की नागरिकता मिल गई है, लेकिन अब कनाडा के नागरिक के रूप में उन्हे अपने परिवारों से मिलने के लिए वीजा नही मिल पा  रहा है।
वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि वीजा निंलबन के रूप में यह प्रतिबंध पंजाब के आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से बड़ा झटका है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मुददे को केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के समक्ष उठाना चाहिए था, जो प्रतिबंध लगाने के बाद पहली बार राज्य में आए , लेकिन मुख्यमंत्री ने इस समस्या के बारे एक शब्द भी नही कहकर पंजाबियों को विफल कर दिया है।

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पूर्व मंत्री ने कहा कि सिर्फ इतना ही नही मुख्यमंत्री पंजाबी सिख गायक सुखनीत सिंह को आंतकवादी के रूप में चित्रित करने के मुददे को भी उठाने में नाकाम रहे हैं। उन्होने उनसे सवाल किया कि क्या इतनी उम्र के गायक को  सिर्फ इसीलिए बदनाम किया जा सकता है  िकवह पगड़ीधारी सिख है? उन्होने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री इस मुददे पर स्टैंड लेने में पूरी तरह विफल रहे हैं। उन्होने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार पगड़ीधारी सिखों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा।

भगवंत मान की निंदा करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि पंजाबियों द्वारा आप पार्टी को 92 विधायकों के रूप में सबसे बड़ा जनादेश देने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को पंजाब से बाहरी लोगों को राज्यसभा सांसद के रूप में चुनने के लिए प्रेरित किया, जो कभी भी पंजाब के मुददे नही उठाएंगें। उन्होने कहा कि पंजाब के सांसद संदीप पाठक ने पंजाब के मुददे उठाने के बजाय अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की मौजूदगी में हरियाणा को एसवाईएल के जरिए पानी देने का आश्वासन दिया ,परंतु भगवंत मान ने चुप्पी साध ली है।

सरदार मजीठिया ने भगवंत मान सरकार की ओर से 50 करोड़ रूपये का कर्ज लेने की भी निंदा करते हुए कहा कि पिछले डेढ़ साल में 50 हजार करोड़ रूपये का कर्ज लिया इसका मतलब है कि पंजाब प्रतिदिन 100 करो़ड़ रूपये का कर्ज ले रहा है। उन्होने कहा कि भगवंत मान दावा करते थे कि कोई कर्ज नही लेगें लेकिन अ बवह देश में अपनी पार्टी का प्रचार  करने के लिए अपने बाॅस अरविंद केजरीवाल को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पंजाब को लूट रहे हैं।

सरदार मजीठिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार अपने विरोधियों को धमकाने के लिए विजिलेंस ब्यूरों का दुरूपयोग कर रही है और पूर्व मंत्री फौजा सिंह सरारी, विजय सिंगला और अन्य आप नेता जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही कर रही है।  उन्होने कहा कि भगवंत मान अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरों का इस्तेमाल करने के लिए पिक एंड चूज तरीका अपना रहे हैं।

अकाली नेता ने मुख्यमंत्री से पूछा कि सांसद राघव चडडा के विवाह का बिल किसने चुकाया, जिन्होने अपनी आयकर रिटर्न में अपनी आय का ब्यौरा 2.44 लाख प्रति सालाना दी जबकि वह एक सूइट के एक रात के खर्च के लिए प्रतिदिन 10 लाख रूपये का खर्च कर होटल का लाभ उठाया।
सरदार मजीठिया ने भगवंत मान को सलाह दी कि वह अपना ध्यान पंजाब पर केंद्रित करे, क्योंकि पंजाबियों ने राज्य को चलाने के लिए उनके बाॅस अरविंद केजरीवाल को नही उन्हे जनादेश दिया था, इसीलिए उन्हे तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए।

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