होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बहादुरपुर निवासी 72 वर्षीय कुलभूषण गुप्ता के मरणोपरांत उनके परिवारिक सदस्यों ने उनकी आंखें रोटरी आई बैंक एवं कोर्निया ट्रांसप्लाटेशन सोसायटी को दान की। सूचना मिलने पर रोटरी आई बैंक की टीम प्रधान व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में थिंद आई अस्पताल की टीम को लेकर गुप्ता परिवार के निवास स्थान पर पहुंचे। इस मौके पर डा. अमरिंदरपाल सिंह, डा. गुरप्रीत सिंह व उनकी टीम विक्रम सिंह, गगनदीप सिंह ने नेत्रदान लेने की प्रक्रिया को पूरा किया। इस मौके पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि स्व. कुलभूषण गुप्ता की आंखों से दो अंधेरी जिंदगियों को रोशनी मिलेगी।
अरोड़ा ने बताया कि जब भी कोई संसारिक यात्रा पूरी करके जाता है तो उसकी आंखे करीब 8 घंटे तक जीवित रहती है और तकरीबन 72 घंटे के भीतर ट्रांसप्लांट कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि नेत्रदान के प्रति और जागरुकता की जरुरत है और मरणोपरांत नेत्रदान का प्रण पत्र भरकर इस मानव सेवा रुपी यज्ञ में आहुती डाले। उन्होंने बताया कि नेत्रदान एक ऐसा दान है जो अंधेरे में डूबी किसी की जिंदगी में रोशनी भरता है और व्यक्ति पुन: अपने पैरों पर खड़़े होने के काबिल बनता है क्योंकि आंखों के बिना जीवन की कठनाईयां नेत्रहीन के बिना कोई नहीं जान सकता।
इस मौके पर संस्था के चेयरमैन जे.बी बहल ने परिवार से दुख सांझा करते हुए कहा कि इसी प्रकार जागरुकता से ही कोर्निया ब्लाइंडनेस को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नेत्रदान ही एक ऐसा दान है जो मरणोपरांत ही करना होता है। बहल ने कहा कि नेत्र प्राप्त करने से लेकर कोर्निया ब्लाइंडनेस पीडि़त का आप्रेशन करवाकर उसे आंखे डलवाने व दवाई आदि का खर्च सोसायटी द्वारा किया जाता है।
जिसमें दानी सज्जनों का विशेष योगदान रहता है। इस अवसर पर परिवार की तरफ से मीना गुप्ता पत्नी अमन महाजन पुत्र चैरी महाजन, रमनीक भूषण, अश्विनी महाजन, अजय महाजन, डा. सुनील महाजन, सोसायटी की तरफ से कुलदीप राय गुप्ता, वीना चोपड़ा, मदन लाल महाजन व अन्य उपस्थित थे।