हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के अंतर्गत अपने संसदीय क्षेत्र नादौन व सुजानपुर विधानसभा में घरों से मिट्टी एकत्रित की व जनसभा को संबोधित किया। इसके अतिरिक्त अनुराग ठाकुर ने नादौन में केंद्रीय विद्यालय के निर्माण कार्य के प्रगति की समीक्षा की व हमीरपुर के डिडवीं टिक्कर में ग्राम केंद्र प्रमुखों के साथ बैठक की।
अनुराग ठाकुर ने कहा “‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम के माध्यम से, हर परिवार, हर व्यक्ति, हर नागरिक, हर बच्चा भारत को एक महान राष्ट्र बनाने में योगदान दे सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से भूले हुए स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने की एक नई दृष्टि दी है।स्वतंत्रता सेनानियों ने इसके लिए ‘बलिदान’ दिया है, हमारे देश को विकसित भारत बनाने के लिए आप सभी को योगदान देना होगा। इस धरती पर प्राण न्योछावर करने वालों को हम सब अपना समर्पण, अपनी मिट्टी प्रतीक के रूप में दे रहे हैं। हर घर से, हर गांव से, हर देहात से मिट्टी का कण अमृत वाटिका के निर्माण में पहुंचे और हर भारतीय इस देश की मिट्टी से जुड़कर देश के विकास के कार्यरत रहे”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा” देश ग़ुलामी की मानसिकता से अब बाहर आ रहा है। पहले राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक राजपथ बना था, मोदी जी ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए उसको कर्त्तव्य पथ बना दिया है। उसी कर्तव्य पथ पर इंडियागेट पर आजादी के विगत 13 साल तक किसी ने शहीद स्मारक दिल्ली में नहीं बनाया। शहीद स्मारक वार मेमोरियल भी बनाया है तो नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने। मेरी माटी, मेरा देश’ आजादी के अमृत महोत्सव का अंतिम कार्यक्रम है। इसके अंतर्गत देश के साढ़े 6 लाख गांवो में अमृत कलश यात्रा निकाली जाएगी। 30 करोड़ घरों से मिट्टी ली जाएगी। प्रत्येक गांव में अमृत वाटिका बनेगी। प्रत्येक गांव की मिट्टी को ब्लॉक स्तर से होते हुए देश की राजधानी लाया जाएगा। पंच प्रण के शपथ लिए जाएंगे। वीरों का नमन मिट्टी का वंदन होगा”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “हम घूम-घूम कर स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों का सम्मान कर रहे हैं। मिट्टी के दिल्ली आने पर कर्तव्य पथ से होते हुए इंडिया गेट की ओर एक अमृत वाटिका का निर्माण किया जाएगा। इंडिया गेट के पास आजादी का अमृत महोत्सव मेमोरियल बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य देश में एकता एकजुटता की भावना बनाए रखना, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति पाना और अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व करना है ताकि देश का हर नागरिक अपने कर्तव्य को पूरा कर एक विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सके”।