हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । स्वच्छता जीवन में सफल होने का मंत्र है क्योंकि हम तभी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं जब हम स्वस्थ रहेंगे। स्वच्छता किसी व्यक्ति के चरित्र, स्वभाव, विश्वास प्रणाली, पृष्ठभूमि, पालन-पोषण और संस्कृति के बारे में उसकी पहचान को दर्शाती है। अत: प्रत्येक व्यक्ति का यह प्राथमिक कर्तव्य है कि वह स्वयं तथा अपने आस-पास को साफ-सुथरा रखे। वहीँ अगर पाठशाला की बात की जाये तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आपका स्कूल साफ-सुथरा है, तो यह छात्रों और शिक्षकों के लिए यह आदर्श स्थिति है क्यूंकि स्वच्छ वातावरण के बिना न केवल शैक्षणिक प्रदर्शन खराब हो सकता है, बल्कि मानसिक भलाई में भी गिरावट हो सकती है जो आगे चलकर किसी की सीखने और सिखाने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। जब विद्यार्थी अपने विद्यालय के शौचालय, कक्षा के कमरे स्वयं साफ करेंगे, तो उनका विद्यालय के प्रति प्यार व आकर्षण बढ़ेगा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर में 50 स्वयंसेवकों को इस अभियान से सक्रियता से जोड़ा जा रहा है और पाठशाला प्रांगण को संवारने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उन्हें स्वच्छ शौचालय, स्वच्छ पानी और स्वास्थ्यवर्धक माहौल मिले ये जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगडा ने बताया कि विद्यार्थी स्वच्छता के प्रति दायित्व समझेंगे तथा उनमें कार्य संस्कृति की भावना जागृत होगी। वे स्वावलंबी बनेंगे, उनमें आत्मनिर्भरता पनपेगी व अपना काम स्वयं करने की आदत पड़ेगी।
आज विद्यालय, कल घर में व भविष्य में वह प्रदेश व देश में सफाई करेंगे और स्वच्छ भारत की कल्पना को साकार करेंगे उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी विजय और सुमन के नेतृत्व में स्वयंसेवकों द्वारा किये जा रहे समाज सेवा के कार्यों की प्रसंशा की। इसके अलावा आज क्षेत्र के जाने माने पत्रकार रजनीश शर्मा ने बच्चों को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, पत्रकारिता में भविष्य बनाने के लिए बच्चों का मार्गदर्शन किया उन्होंने बताया कि समाज की आखिरी तबके की बात को सियासत के शीर्ष पर बैठी सरकार के कानों तक पहुचाने को ही पत्रकारिता कहते हैं और अगर आपके अंदर काबिलियत और ज्ञान है, तो फिर समाज को बदलने के लिए इस प्रोफेशन में आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।