पुलिस द्वारा सडक़ हादसों के कारणों की जांच के लिए रोड क्रैश इन्वेस्टिगेशन वाहन लॉन्च 

चंडीगढ़, (द स्टैलर न्यूज़): मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजाब की सडक़ों को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से अपनी किस्म की पहली पहल के अंतर्गत, पंजाब पुलिस द्वारा राज्य में चल रहे 34वें राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा महीने के दौरान अपना पहला रोड क्रैश इन्वेस्टिगेशन यूनिट वाहन जो वैज्ञानिक तरीके से हादसों के मूल कारणों की जांच और पहचान करने के लिए समर्थ है, लॉन्च किया गया है। यह जानकारी आज यहाँ डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी। यह वाहन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अति-आधुनिक विशेषताओं से लैस है, जिसमें क्रैश इन्वेस्टिगेशन किट, मूविंग लोकेशन आधारित वीडियो कैप्चर, जियोग्राफिक लोकेशन लिंकेज वाला स्पीड कैमरा, क्षेत्र- अधारित वीडियोग्राफी के लिए ड्रोन, डिजिटल डिस्टोमीटर और ई-डार डेटा कलैक्शन शामिल है।  

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 डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा तैयार किया यह वाहन जो कि पंजाब पुलिस को डिज़ाइन और निर्माण सामथ्र्य के लिए देश का अग्रणी पुलिस बल बनाता है, क्षेत्र में सडक़ सुरक्षा पहलों की कुशलता और प्रभावशीलता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि वैज्ञानिक जांच हमें हादसों के मूल कारण का पता लगाने में मददगार साबित होगी, चाहे यह कारण सडक़ के बुनियादी ढांचे, वाहनों, या मानवीय गलती से सम्बन्धित हो।

यह सडक़ हादसों की जांच सम्बन्धी रिवायती पहुँच से ऊपर उठकर वैज्ञानिक तरीकों से जांच की दिशा की तरफ अहम कदम है। एडीजीपी ट्रैफिक़ ए.एस. राय, जो कि एआईजी ट्रैफिक़ गगन अजीत सिंह और ट्रैफिक़ सलाहकार-कम-पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफिक़ रिसर्च सैंटर (पीआरएसटीआरसी) के डायरैक्टर डॉ. नवदीप असीजा के साथ पंजाब पुलिस हैडक्वाटर में इस वाहन को हरी झंडी दिखा रहे थे, ने रोड क्रैश इन्वेस्टिगेशन यूनिट के वाहन के सफलतापूर्वक लॉन्च के लिए समूची टीम को बधाई दी।  

 उन्होंने कहा कि इस वाहन में शामिल आधुनिक तकनीकें बेशक हादसों की जांच सम्बन्धी हमारे सामथ्र्य को बढ़ाएंगी और सुरक्षित सडक़ यातायात सृजन करने में अहम योगदान देंगी। उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती तौर पर इस वाहन को रोपड़ पुलिस रेंज में तैनात किया जायेगा और अंतिम रूप दिए जाने पर ऐसे अन्य वाहनों को राज्य भर में जि़ला स्तर पर तैनात किया जायेगा। एआईजी गगन अजीत सिंह ने कहा कि राज्य में यह वाहन तैयार करने से न केवल मज़बूत तकनीकीकरण को बढ़ावा मिला है बल्कि बाज़ार में क्रैश इन्वेस्टिगेशन वाहनों के लिए उपलब्ध कीमत के मुकाबले इसकी लागत 1/20 कम गई है।  

 ट्रैफिक़ सलाहकार डॉ. नवदीप असीजा ने कहा कि आधुनिक तकनीक की तरफ यह कदम हमारी अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रांतीय खोज और निर्माण सामथ्र्य के विकास के साथ डेटा-आधारित फ़ैसले लेने के प्रति हमारी वचनबद्धता को दृढ़ करता है और राज्य में सडक़ सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हमारे समर्पण को दिखाता है। जि़क्रयोग्य है कि यह वाहन ट्रैफिक़ उल्लंघन करने वालों का पता लगाने के लिए स्पीड कैमरे और एल्कोमीटर से लैस है और इसका प्रयोग समान्य ट्रैफिक़ एनफोर्समैंट ड्यूटियों के लिए भी किया जा सकता है।

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