काटती ही नहीं, करंट भी देती है चाइनीज डोर: कुलविंदर बब्बू

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। नए वर्ष, लोहड़ी, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी आदि त्योहारों के आते ही चाइना डोर का गोरख धंधा करने वाले सक्रिय हो जाते है। शहर व अन्य जिलों व राज्यों में चाइना डोर का गोरख धंधा शुरू हो चुका है। सरकार की पाबंदी के बावजूद भी चाइना डोर बेचने व खरीदने वाले लोग बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है कि चाइना डोर का धंधा करने वालों के सामने प्रशासन पस्त हो चुका है। उक्त विचार समाज सेवी कुलविंदर बब्बू ने व्यक्त करते हुए कहा कि शहर में एक बार फिर से पतंगबाजी के शौकीनों द्वारा घातक चाइना डोर के इस्तेमाल के कारण बेगुनाह इंसानी जिंदगियों और बेजुबान पशु, पक्षियों के सिर पर मौत का खतरा मंडराने की आशंकाएं जोर पकडऩे लगी हैं। कुलविंदर बब्बू ने कहा कि चाइना डोर का गोरख धंधा करने वाले लोग चाइना डोर की पेटियां खरीदकर अपने घरों, गोदामों व अपने गुप्त ठिकानों पर जमा कर लेते हैं और गली मोहल्लें में लोगों को विभिन्न रेटों पर चाइना डोर बेच रहे है और इतना ही नहीं लोग एक्टिवा की डिक्की में चाइना डोर छिपाकर लोगों को बेच रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि पाबंदी के बावजूद लोग चाइना डोर खरीदने व बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं। बब्बू ने कहा कि पूरे भारत में पतंग उड़ाने के लिए डोर काफी समय से आ रही है, पहले तो यह एक सामान्य डोर की तरह ही होती थी, लेकिन फिर सामान्य डोर की तुलना में बहुत ज्यादा पक्की डोर आने लगी, जिसके कारण हमारे देश के पतंगबाज चाइना डोर को ज्यादा पक्की मानकर इसे प्राथमिकता देने लगे। इस तरह से हमारे देश में चाइना डोर की मांग बहुत बढ़ गई।

उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि इस बारे में किसी ने भी नहीं सोचा की हमारे देश के गांवों, कस्बों, छोटे तथा बड़े शहरों में चाइना डोर में फंस कर अनेकों लोग और पक्षी जख्मी होते हैं और कई मौत के मुंह में चले जाते हैं। कुलविंदर बब्बू ने नौजवानों व दुकानदारों से अपील की कि वह ऐसी चाईना डोर न बेचे और न खरीदे जिससे कि किसी की जान तक चली जाए और पुलिस प्रशासन से भी अपील की कि ऐसे दुकानदारों व लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

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