अमृतसर (द स्टैलर न्यूज़)। शराब पीकर हुल्लड़बाजी करना, परिवारों में क्लेश, लड़ाई झगड़े होते रहे। एक्सीडेंट भी अधिकतर शराब के कारण हो रहे हैं, फिर भी पंजाब के एक मंत्री ने कह दिया था कि शराब तो नशा है ही नहीं। अब शराब का असली तांडव हरियाणा और पंजाब की सरकारों ने देख लिया होगा। फरीदाबाद हरियाणा में शराब के नशे में धुत गुंडागर्दी कर रहे कुछ बदमाशों को जब पुलिस नियंत्रित करने पहुंची तो शराब के नशे में उन्हें यूनिफार्म वालों की भी पहचान नहीं हुई और उन्होंने दौड़ा दौड़ा कर पुलिस वालों को पीटा। मुझे लगता है कि इस दुर्घटना से तो सरकार मान जाएगी कि शराब ऐसा ही नशा है जो पूरी बेहोशी देता है।
पंजाब में भी शादी के एक फंग्शन में शराब के दौर चले। मंच पर लड़कियों को अश्लील हाव भाव के साथ नचवाया गया और सामने फिर शराब के नशे में धुत बाराती कहिए या फिर कुछ और खूब हुड़दंग मचाते रहे। यहां तक कि डांसर लड़की को खींचकर स्टेज से लाने की कोशिश भी की गई और उसके मुंह पर शराब से भरा गिलास मारा। जैसा कि टीवी चैनलों ने दिखाया है। शराब क्या क्या कहर कर सकती है इसकी लंबी लिस्ट है, पर अफसोस शराब के बल से नोट कमाने वाले 75 प्रतिशत भारत के प्रदेशों की सरकारें शराब की नौका से ही सरकारी नाव चला रही हैं। अब सरकार यह तो मान ले कि शराब नशा है और नशा नाश का कारण ही होता है।