जंग-ए-आज़ादी मेमोरियल केस में एक और मुलजिम ने विजीलैंस के आगे किया आत्म-समर्पण  

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने जालंधर के करतारपुर में जंग-ए-आज़ादी यादगार के निर्माण से सम्बन्धित सरकारी फंडों में धोखाधड़ी करने के दोष अधीन एक निजी व्यक्ति समेत 26 मुलजिमों के खि़लाफ़ केस दर्ज करके एक ठेकेदार समेत 15 अधिकारियों/कर्मचारियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। इसी केस से सम्बन्धित गुरूवार को, एक और मुलजिम परमजीत सिंह कार्यकारी इंजीनियर (सेवामुक्त), लोक निर्माण विभाग (बी एंड आर) शाखा- 2 जालंधर, जो कि भाई बन्नोजी नगर, जालंधर का रहने वाला है, ने विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज के दफ़्तर में आत्म-समर्पण कर दिया है। उसे कल स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा और रिमांड हासिल करने के उपरांत उससे और पूछताछ की जायेगी।  

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इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस मुकदमे की जांच के दौरान पाया गया कि इस यादगार के निर्माण के लिए पंजाब सरकार द्वारा जारी किये गए फंडों का दुरुपयोग किया गया था, जिससे सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का भारी नुकसान हुआ है। इस सम्बन्धी विजीलैंस ब्यूरो द्वारा आई.पी.सी. की धारा 420, 406, 409, 465, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1) ए समेत 13(2) के अंतर्गत केस नं. 9 तारीख़ 22.05.2024 को विजीलैंस ब्यूरो थाना, जालंधर रेंज में दर्ज किया गया है।  

उन्होंने आगे बताया कि गुरूवार को विजीलैंस ब्यूरो द्वारा गिरफ़्तार किये गए सभी 16 दोषियों, जिनमें मैसर्ज दीपक बिल्डजऱ् लुधियाना के मालिक दीपक सिंगल भी शामिल हैं, को सीजेएम अदालत जालंधर में पेश किया गया। ब्यूरो ने आगे की जांच के लिए सभी मुलजिमों के दो दिन के पुलिस रिमांड की माँग की, और अदालत ने सभी 16 मुलजिमों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर विजीलैंस ब्यूरो के हवाले कर दिया है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस केस में विनय बुबलानी, आई.ए.एस और अन्यों समेत बाकी भगौड़े मुलजिमों को जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा, क्योंकि उनके आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।  

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