होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। विदेश भेजने का झांसा देने के बाद युवको को अगवा करने व बंधक बनाकर हत्या की धमकी देकर उनसे लाखो रूपये फिरौती न मिलने पर युवकों की निर्मम हत्या करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर आठ को नामजद किया है, जबकि अन्यों की तलाश जारी है।
उक्त खुलासा आज 17 फरवरी को जिला पुलिस प्रमुख जे. इलनचेलियन ने पुलिस लाइन ग्राउंड में अयोजित एक पत्रकारवर्ता को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने बताया कि जिला कपूरथला के गांव लमे के निवासी गोबिंद सिंह ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि उसके बहनोई सुरिंदरपाल सिंह निवासी कल्याणपुर (टांडा) को कनाडा ले जाने के लिए ट्रैवल एजेंट हरमिंदर सिंह शैली 3 दिसंबर 2017 को उसे अपने साथ लेकर गया था। एजेंट ने उन्हें बताया था कि सुरिंदरपाल को अमृतसर से मुंबई, वहां से बंगलौर और फिर कनाडा भेजा जाएगा। जब सुरिंदरपाल बंगलौर पंहुचा तो उसे वहां से अगवा कर वहीं पर बंदी बना लिया। उक्त जानकारी सुरिंदरपाल के साथ कनाडा जाने वाले 42 लाख रूपय देकर अपने साथ के साथी चुंगल से निकले मनप्रीत उर्फ मनी निवासी जिला गुरदासपुर ने दी थी। मनप्रीत ने बताया था कि उक्त अगवाकारों ने पिस्तौल की नोक पर उसके परिवार वालों से 22 लाख रूपए लेने के बाद ही उसे छोड़ा। उसने बताया था कि सुरिंदरपाल भी उनके कब्जे में ही है।
होशियारपुर पुलिस ने एस.एस.पी. जे.इलनचेलियन की अगुवाई में प्राप्त की सफलता
एसएसपी ने बताया कि उक्त शिकायत के बाद जब कार्रवाई शुरू की तो पता चला की सुरिंदरपाल सिंह की बंगलौर में हत्या कर दी गई है। इस संदर्भ में जिला राम नगर बंगलौर में आईपीसी की धारा 302, 201 के अधीन मामला दर्ज कर एक आरोपी हरमिंदर सिंह उर्फ शैली को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने एसपी (डी) के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जिसमें डीएसपी राजिंदर शार्म व थाना टांडा के प्रभारी प्रदीप सिंह को भी शामिल किया गया। पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से पहाडग़ंज दिल्ली से उक्त मानव तस्करों के गिरोह से संबधित परस राम उर्फ परसा सुमित कुमार उर्फ मित्तू निवासी गांव खेड़ा खेमावती जिला सफीदो हरियाणा प्रांत को काबू किया। जिनसे पुछताछ के बाद पता चला कि उक्त गिरोह पंजाब, गुजारत, बंगलादेश आदि स्थानों से युवकों को विदेश भेजने का झांसा देकर पहले लाखों रूपए ऐंठते हैं फिर इसके बाद उन्हें अगवा कर बंदी बनाने के बाद मारपीट कर जबरन रूपए बसूलते थे। सुरिंदरपाल सिंह की भी बंगलौर बंदी बनाया गया था वो पैसे के लिए घर में फोन करने से इंकार करता था। उसकी अधिक पिटाई होने के कारण मौत हो गई। इसके बाद सुमित ने अपने अन्य साथियों काला, भाईजान, मुनीश के साथ मिलकर कथित हत्या करने के बाद सुरिंदर के शव को बंगलौर के बाहर झाडिय़ों में फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि उक्त काम के लिए गिरोह के सरगना पवन राये उर्फ प्रेम गांधी निवासी पानीपत, रहिमान निवासी मुंवई ने उक्त आरोपियों को 50-50 हजार रूपए दिए थे।
एक सवाल के जवाब में उन्होने बताया कि उक्त आरोपी सोशल मीडिया का प्रयोग कर लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर उनके टैलीफोन पर सैटिंग कर काला, मनीश जोर्ज, भाईजान, परसराम सुमित, आदि को विभिन्न शहरों बंगलौर आसाम आदि के हवाले कर देते है और इसके बाद बंदी बनाकर उनसे फिरौत मांगते हंै।
एस.एस.पी. ने बताया कि उक्त गिरोह के खिलाफ बलदेव नगर हरियाना में 406, 420, 468, 471, 342 के अधीन मामला दर्ज है। उक्त मामले में मुनीश, पवन राये गांधी, रहीम सायद नासिर हुसैन, परमिंदर जून उर्फ काला सुमित, परस राम भाईजान भगौड़े हैं। उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण में वांछित काला निवासी बहादुरगढ़, मुनीश निवासी झज्जर, भाईजान व उक्त गाड़ी का चालक निवासी बंगलौर एवं जौरज तथा रहिमान निवासी मुंवई, पवन गांधी व सुनील निवासी पनीपत को गिरफ्तारी करने के लिए प्रयास किए जा रहे हंै। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों को इलाका मैजिस्ट्रेट महिक सभ्रवाल की अदालत में पेश किया गया, जहां उसे दोनों से पुछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।