होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: प्रभजोत कौर। वार्ड नंबर 4 की पार्षद एवं भारत गौरव संस्था की महिला विंग की प्रदेश संयोजक नीति तलवाड़ द्वारा केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला की अगुवाई में महिला दिवस को समर्पित करवाए गए सैमीनार में पहुंचे लोगों की संख्या ने तलवाड़ दंपत्ती के बढ़ते राजनीति एवं सामाजिक कद की तरफ इशारा कर दिया है कि पार्टी के लिए इनका होना कितना लाभकारी है।
भले ही भाजपा में सीधे तौर से नीति तलवाड़ के पति संजीव तलवाड़ को किसी पद से न नवाजा गया हो, मगर भाजपा नेता अविनाश राय खन्ना और विजय सांपला के साथ काम करते हुए संजीव तलवाड़ ने पार्टी को कहीं न कहीं मजबूत करने में अपनी भूमिका जरुर अदा की है तथा सैमीनार में आए लोगों की भीड़ इसका संकेत करने के लिए काफी थी। जिसके चलते भाजपा से जुड़े कई लोगों में आगामी लोकसभा चुनाव में तलवाड़ दंपत्ती की सक्रिय भूमिका तथा इसके बाद 22 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तलवाड़ का पक्ष मजबूत हो रहा है इसे लेकर अभी से चिंता सताने लगी है की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इस कार्यक्रम के बाद पार्टी के भीतर कई नेताओं व कार्यकर्ताओं में इसे लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है कि इतनी भीड़ तो किसी रैली या किसी बड़े नेता के कार्यक्रम में भी देखने को नहीं मिलती, जितना तलवाड़ ने एक सैमीनार में जुटा दी। कयास तो यहां तक भी लगाए जा रहे हैं कि इस सैमीनार के माध्यम से तलवाड़ ने पार्टी के उन नेताओं जो पार्टी में उन्हें रीकोगनाइज ही नहीं करते तथा अकसर यह कहने से भी परहेज नहीं करते कि तलवाड़ कौन सा पार्टी का सदस्य है को यह संदेश देने का भी प्रयास किया है कि पार्टी की मजबूती के लिए उनकी क्या महत्ता है व उनका आधार कितना मजबूत है।
रविवार को डी.ए.वी. कालेज ऑफ एजुकेशन में करवाए गए सैमीनार में हाल के भीतर बैठने की क्षमता 350 लोगों की है तथा इसके अलावा हाल में करीब 150 कुर्सियां और लगानी पड़ी तथा करीब 150-200 लोग हाल के बाहर एवं नीचे प्रांगण में लगे पंडाल में विराजमान थे। भले ही केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला के मुंह को भी कई लोग सैमीनार में पहुंचे थे, मगर खासकर महिलाओं की संख्या जुटाने के लिए तलवाड़ दंपत्ती द्वारा निजी तौर पर घर-घर जाकर किए गए संपर्क के चलते सैमीनार में पहुंचे लोगों को हाल के भीतर बैठाने का प्रबंध करना आयोजकों के लिए दिक्कत भरा दिखा। ऐसा लग रहा था कि संजीव तलवाड़ ने कार्यक्रम को सफल बनाने और अपने अस्तित्व को लेकर उठने वाले सवालों पर अंकुश लगाने के लिए पार्टी नेताओं को इतनी बड़ी संख्या में एक मंच पर लोगों को एकत्रित कर दिया हो और वे इस कार्य में सफल भी रहे। कार्यक्रम में आने वाले लोगों के लिए नाश्ता तथा बाद में दोपहर के भोजन का प्रबंध तथा इससे भी बढक़र प्रत्येक व्यक्ति व महिला को खुद अटेंड करना भी उनके व्यवहार कौशल को दर्शा गया।
सैमीनार की सफलता के बाद से पार्टी के भीतर नई चर्चा को जन्म लेते पाया गया कि पार्टी को तलवाड़ जैसे 2-4 और लोगों की जरुरत है जो जनता को सामाजिक मुद्दों पर ही नहीं बल्कि पार्टी प्लेटफार्म पर भी लाने का काम कर सकें। अब देखना यह होगा कि तलवाड़ दंपत्ती द्वारा मातृ दिवस को समर्पित सैमीनार के माध्यम से किए गए शक्ति प्रदर्शन को पार्टी के बड़े नेता कैसे लेते हैं तथा भविष्य में तलवाड़ का राजनीतिक कद कितना बढ़ता है यह तो समय ही बताएगा, फिलहाल रविवार को हुए सैमीनार की सफलता तथा संख्या जुटाने में कामयाब रहे तलवाड़ की चर्चा राजनीतिक गलियारों में गर्माहट बनाए हुए है।