असमंजस बरकरार: दूध तो था बहाना, पकडऩा था चूरापोस्त और खुद ही घिरे थानेदार

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होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सोमवार सुबह थाना माडल टाउन के तहत पड़ते क्षेत्र में हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया। चूरापोस्त तस्कर को कथित तौर पर रंगे हाथों काबू करने पहुंचे एक थानेदार को लोगों ने बंधक बना लिया। लोगों का आरोप था कि थानेदार ने धक्के से चूरापोस्त डालने का प्रयास किया था, जिसके चलते उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया था। सूचना मिलते ही डी.एस.पी. सुखविंदर सिंह ने थाना माडल टाउन पहुंच कर मामले की तफ्तीश शुरु कर दी थी। मगर, देर शाम तक मामले में कोई नतीजा नहीं निकला था कि आखिर जो चूरापोस्त मिला वह किसका था और कहां से आया था।

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जानकारी अनुसार थाना माडल टाउन के अधीन पड़ते न्यू माडल टाउन इलाके में पार्षद अशोक कुमार शोकी के ममेरे भाई से दूध लेने के बहाने थाना प्रभारी ने उससे चूरापोस्त बरामद हुआ है कहते हुए गिरफ्तार करने की कोशिश की। इस पर वह घबरा गया और उसने शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिस को घेर लिया। खुद को घिरता देख एस.एच.ओ. के गनमैन मौका पाकर फरार हो गए, जबकि थानेदार को लोगों ने बंदी बना लिया। इसकी सूचना मिलते ही पार्षद अशोक कुमार शोकी ने मौके पर पहुंच कर थानेदार को लोगों से छुड़ाया और थाना माडल टाउन पहुंचाया। इस दौरान इस घटना से गुस्साएं लोगों ने थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही डी.एस.पी. सखुविंदर सिंह ने थाने पहुंच कर मामले की जांच शुरु कर दी थी और किसी के साथ धक्का नहीं किया जाएगा ऐसा आश्वासन दिया था।

विक्रम सिंह बल्लू ने बताया कि उसके पास एक व्यक्ति आया था और उसने दूध का भाव पूछते हुए उसे 10 किलोग्राम दूध के 450 रुपये में से 300 रुपये देकर दूध डालने को कहा था। उसने बताया कि वह पशुओं का चारा डालने व अन्य कार्य के चलते लेट हो गया। इसी दौरान करीब 9-साढ़े 9 बजे के बीच एक गाड़ी उसकी डेयरी के आगे आकर रुकी और गाड़ी से उतरे तीन व्यक्तियों ने उसे दूध देने को कहा। जब वह गाड़ी के पास पहुंचा तो उन्होंने उसे पकड़ लिया। इस पर उसने जब गाड़ी में सवार एक अन्य शख्स जोकि थानेदार था से पूछा तो उसने अपनी जेब से चूरापोस्त निकालते हुए उस पर डालने का बात कही। इस पर वह डर गया और उसने शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इस दौरान कुछेक लोगों ने सिविल वर्दी में गाड़ी में बैठे थानेदार पर हाथ भी उठा दिया। इस पर उसने बताया कि वह थाना चब्बेवाल का प्रभारी है। लोगों ने थानेदार को नजरबंद कर लिया था। इस मौके पर सूचना मिलते ही पार्षद अशोक कुमार शोकी ने थानेदार को लोगों के चंगुल से छुड़ाया और उसे थाना माडल टाउन पहुंचाया। जहां पर बड़ी संख्या में बल्लू के समर्थन में पहुंचे लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धक्केशाही करने वाले थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी। बल्लू ने कहा कि पुलिस द्वारा उसे धक्के से फंसाने की कोशिश की गई है जब कि चूरापोस्त बेचना तो दूर उसने कभी उसका सेवन भी नहीं किया। उसने कहा कि वह सच बोल रहा है और इस संबंध में वह मैडीकल करवाने को भी तैयार हैं।

मौैके पर पहुंचे डी.एस.पी. सुखविंदर सिंह ने लोगों को शांत करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया और किसी के साथ भी धक्केशाही न होने देने की बात कही।

दूसरी तरफ थाना चब्बेवाल प्रभारी थानेदार हरबंस सिंह का कहना है कि उन्होंने मुखविर से चूरापोस्त मंगवाया था और उसके आधार पर ही वह बल्लू को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। उन्होंने तो कानून के अनुसार अपनी ड्यूटी की है और किसी तरह की धक्केशाही नहीं की।

पता चला है कि देर शाम तक मामले को लेकर पुलिस की कसरत जारी थी, क्योंकि अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि अगर बल्लू से चूरापोस्त नहीं निकला तो वह चूरापोस्त कहां से आया और आखिर थाना चब्बेवाल प्रभारी को माडल टाउन थाना क्षेत्र में आकर कार्रवाई करने की ऐसी कौन से इमरजैंसी थी। बताया जा रहा है कि करीब 200 ग्राम चूरापोस्त को लेकर मामला उलझा हुआ है।

पत्रकारों द्वारा बात करने पर एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन का कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी, जो भी आरोपी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई अवश्य की जाएगी।

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