होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। संत समाज सभी वर्गों और समुदायों के लिए सम्मानिय होता है तथा इनके खिलाफ किसी भी तरह की अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त करने योग्य नहीं होती। यह बात हमारे धर्म ग्रंथ एवं शा सिखाते हैं। जिन पर चलते हुए हम सभी भारतीयों की विश्व में अलग पहचान है। मगर दुख की बात है कि गुरुओं-पीरों की धरती पंजाब में जो पाठ विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है उससे आने वाले समय में अराजकता का माहौल पैदा होना स्वभाविक है।
जय दुर्गे वीर हकीकत राये सेवा समिति ने किताब में जैन संत समाज के प्रति विवादित टिप्पणी पर जताई कड़ी प्रतिक्रिया
जिन गुरुओं और पीरों एवं संतों ने मानवता का संदेश दिया, उनके बारे में किसी भी प्रकार की अभद्र टिप्पणी करना गलत है। बड़े दुख की बात है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की इतिहास की किताब में जैन संतों के बारे में जो जानकारी अंकित की गई है उससे पूरे जैन समाज ही नहीं बल्कि संतों के प्रति सम्मान रखने वाले सभी वर्गों का अपमान हुआ है एवं यह कृत्य असहनीय है। इसलिए सरकार को अपनी भूल सुधारते हुए तुरंत प्रभाव से स्कूलों से यह किताब हटानी चाहिए और इतनी बड़ी लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लेकर जैन समाज एवं अन्य वर्गों से क्षमा मांगनी चाहिए। उक्त बात जय दुर्गे वीर हकीकत राये सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सूद पप्पा ने जैन समाज के साथ इस संबंधी की गई बैठक में कड़े शब्दों में कही।
एक सप्ताह में अगर कार्रवाई न की गई तो सडक़ों पर उतर किया जाएगा संघर्ष, सरकार की होगी जिम्मेदारी
श्री पप्पा ने कहा कि जैन संतों ने अहिंसा का संदेश दिया और भविष्य में भी उनके आशीर्वाद से जैन समुदाय ही नहीं बल्कि अन्य वर्ग भी आगे बढ़ रहे हैं। जोकि समाज में आपसी भाईचारे एवं एकता का सूचक है। ऐसे संतों के लिए कटु वचन बोलना ही पाप नहीं बल्कि बच्चों को उनके बारे में गलत जानकारी प्रदान करके नफरत का ऐसा बीज बोया जा रहा है, जिसके दूरगामी परिणाम सारे समाज को प्रभावित करेंगे और यह आपसी भाईचारे के लिए खतरा हैं। इसलिए किताब में ऐसे शब्द डालने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए और जैन समाज एवं समस्त वर्गों की भावनाओं का सम्मान करते हुए किताब को तुरंत प्रभाव से स्कूलों से हटाने के आदेश जारी करने चाहिए। इस मौके पर पप्पा एवं जैन समाज ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर कोई एक्शन न लिया गया तो वे कड़ा संघर्ष करने को मजबूर होंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
इस मौके पर जैन समाज के कुलदीप कुमार जैन, सुभाष जैन, कमल जैन, अमित जैन, अमरीश जैन, रजनीश जैन, रिंकू जैन, नितिन जैन, जिला अध्यक्ष वीर हकीकत राय मनोज करीर, प्रदीप शर्मा इत्यादि मौजूद थे।