होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। सरकार द्वारा शुरु किए गए बड्डी प्रोग्राम के तहत सरकारी सीनीयर सैकेंडरी स्कूल चौहाल में प्रिंसीपल इंदिरा रानी की अगुवाई में नशों के दुष्प्रभावों पर सैमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर सैमीनार में विचार रखते हुए छात्रा गीता ने कहा कि हमें इस बात पर विचार करना चाहिए कि जो बच्चा बचपन मे टीके का नाम सुन कर डर जाता था वह बडा हो कर नशे के टीको की तरफ किस प्रकार आकर्षित हो जाता है।
उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि होशियारपुर में जिलाधीश ईशा कालिया ने बड्डी प्रोग्राम शुरु किया है। यहां पर बच्चे इस नशे की बिमारी की रोकथाम पर विचार करके इसका हल निकाल सकते है। छात्रा अंबिका ने कहा कि नशा व्यक्ति की सोचने की शक्ति समाप्त कर देता है। उसे पता ही नही चलता कि वह जिस नशे को अपने जिंदगी के हसीन पल समझ रहा है वही पल उसकी जीवन ज्योति को बुझाने की तरफ ले जा रहे है। छात्रा ज्योति ने कहा कि बेरोजगारी नशे का एक बड़ा कारण है। इसके हल की तरफ सरकार को ध्यान देना चाहिए। जब व्यक्ति के सक्षम होते हुए भी उसे रोजगार नही मिलेगा तो उसका भटकना स्वाभाविक हो सकता है। इतना ही नही एेसी स्थिति में अभिभावको को भी बच्चो को समझाना मुश्किल हो जाता है।
दुख की बात है कि पांच दरियाआें की धरती पर नशे का प्रचलन बढ़ रहा है। छात्रा निकेता ने कहा कि नशा व्यक्ति को खोखला कर देता है। हमें अपने साथियों को नशों से बचाना होगा। अगर हम एेसा नही कर सकते तो फिर हम सच्चे दोस्त का फर्ज अदा नही कर सकते। छात्रा शीतल शर्मा ने कहा कि नशा आज विकराल रुप धारण कर चुका है। कई बार इसकी चपेट में आए व्यक्ति इसमें से निकलना चाहते है पर वह जानकारी के अभाव से इस दलदल से निकल नही पाता। इस मौके पर बच्चों को संबोधित करते हुए लैक्चरार डा. बलविंदर कौर तथा लैक्चरार संदीप सूद ने कहा कि नशा समाज में अपराध पैदा करता है।
देखने में आया है कि लूटपाट की घटनाआें को अंजाम देने वालो में कई नशे की प्रवृति के लोग होते है जब उनके पास नशे की पूर्ति के लिए पैसे नही होते तो फिर वह लूट पाट की तरफ जाते है। जिससे समाज में अपराध पैदा होता है। कई बार तो नशों के लिए कत्ल तक कर दिए जाते है। हमें इससे बचना चाहिए। इस मौके पर लैक्चरार पूनम विर्दी, शशी बाला, लवजिंदर सिंह भी उपस्थित थे।