होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। धनवंतरि वैद्य मंडल प्रदेश प्रधान वैद्य सुमन कुमार सूद ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अपील की है कि वे पंजाब में आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में प्रैक्टिस कर रहे हकीम आर.एम.पी डाक्टरों तथा वैद्यो की चिरकाल से लटक रही मांगों को पूरा करें। उन्होंने कहा कि लंबे समय से पंजाब के बाहरी राज्यों से डिग्री हासिल करने वाले वैद्यो को पंजाब में प्रैक्टिस करने का अधिकार दें। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली सबसे प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है इससे रोग को जड़ से समाप्त किया जा सकता है, यह इलाज दूसरी पद्धतियों के मुकाबले सस्ता भी है तथा आम लोगों की पहुंच में है परंतु बहुत से लोग इस प्रणाली के बारे में नहीं जानते तथा वह दूसरे पद्धतियों से इलाज करवाने को पहल देते हैं जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता इससे किया गया इलाज पूरी तरह से बीमारी को समाप्त करके व्यक्ति को तंदुरुस्त कर देता है।
प्रदेश प्रधान सुमन सूद ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में आज भी चिकित्सा का सबसे बड़ा साधन इसी वर्ग को जाता है तथा यह लोग आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली के प्रसार के साथ-साथ लोगों को उनके घर के द्वार पर इलाज उपलब्ध करवाते हैं पर दुख की बात है कि इस वर्ग की मांगों को हर सरकार द्वारा नजरअंदाज किया जाता रहा है। चुनावों के दौरान इनके साथ बड़े-बड़े वायदे किए जाते हैं परंतु चुनाव बीत जाने के बाद इन बातों को भुला दिया जाता है तथा लोगों को काम करने से भी रोका जाता है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने 15-15, 20-20 वर्ष किसी योग्य हकीम वैद्य व आर.एम.पी. डाक्टरों के पास रहकर उनसे चिकित्सा प्रणाली के बारे में पूरी जानकारी हासिल की है तो उन्हें भी इनलिस्ट करके प्रैक्टिस करने की इजाजत दी जानी चाहिए। इसके अलावा बिहार आदि दूसरे राज्यों से पंजीकृत वैद्य, हकीम बारे में डाक्टरों की भांति पंजाब में माइग्रेशन का अधिकार देकर उन्हें भी निश्चिंत होकर अपना काम करने दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बार उन्हें इस बात की निराशा होती है की योग्य हकीम वैद्य व आर.एम.पी डॉक्टरों को नीम हकीम कहकर उनका मजाक उड़ाया जाता है तथा उनकी योग्यता पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है।
श्री सूद ने कहा कि यह सब कुछ एक सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा है ताकि गरीब लोगों को सस्ते और टिकाऊ इलाज से वंचित किया जा सके। उन्होंने कहा कि वैद्य हकीम बारे में डॉक्टर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ आशा से देख रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि प्रदेश के हर वर्ग की नब्ज पहचानने वाले लोकप्रिय मुख्यमंत्री उनके काम को देखते हुए उनकी मांगों को हल करने का प्रयास करेंगे। श्री सूद ने कहा कि समय-समय पर प्रदेश के सभी सांसदों विधायकों व मंत्रियों को अपनी मांगों के बारे में ज्ञापन देते रहे हैं पर दुख की बात है कि सभी उनकी मांगों से सहमति तो जताते हैं पर उसे हल करने के मुद्दे पर खामोश हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस तरफ जल्द से जल्द ध्यान देकर उनकी समस्याओं को हल करना चाहिए ताकि प्रदेश के हजारों वैद्य हकीम एम.पी डाक्टर निश्चिंत होकर अपना कार्य कर सकें तथा अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।