जानलेवा साबित हो रहा विकास का पैमाना, संवेदक की ओर से सेफ्टी को किया जा रहा है अनदेखा

बछवाड़ा(बेगूसराय, (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। बाढ़ से सुरक्षा को लेकर सरकार द्वारा गुप्ता बांध पर मिट्टी भड़ाई का काम किया जा रहा है। जिसे लोग विकास के पैमाने के रूप में देख रहे है। मगर इस गुप्ता बांध में मिट्टी भराई के दौरान संवेदक द्वारा सेफ्टी नहीं इस्तेमाल नहीं किए जाने के कारण एन.एच. 28 पर यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। विगत एक माह में तीन लोगों की मौत हो गई व करीब एक दर्जन लोग घायल हो चुके है। गुप्ता बांध में मिट्टी भड़ाई के दौरान संवेदक द्वारा ट्रैक्टर का प्रयोग प्रखंड क्षेत्र के गोधना पंचायत से लेकर गोबिंदपुर तीन पंचायत के मुरलीटोल तक एच.एच. 28 से होकर किया जाता है। ट्रक्टर से मिट्टी ढुलाई के दौरान एनएच 28 पर काफी मिट्टी गिर जाता है और वाहन आने जाने के दौरान हवा के झोके के साथ ही एनएच 28 पर हमेशा धुन्ध सा नजारा बना रहता है, जिस कारण एन.एच. 28 पर गुजरने वाले वाहन को अपने समीप का वाहन भी नही दिखाई देता है. बताते चले कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बेगूसराय के अन्तर्गत एन.एच. 28 के किनारे गुप्ता बांध उंचीकरण का कार्य राधे कृष्णा कंस्ट्रक्शन के द्वारा कराया जा रहा है। संवेदक द्वारा मिट्टी भराई के लिए दर्जनो ट्रक्टर का प्रयोग एनएच 28 होकर किया जा रहा है।

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संवेदक द्वारा किसी भी ट्रक्टर के डाले में मिट्टी के उपर से त्रिपाल का प्रयोग नही किया जाता है, ट्रक्टर चालक द्वारा जल्द मिट्टी लेकर बांध पर पहुचने व अधिक राउण्ड(खेप) पुराने के चक्कर में ट्रक्टर चालक अधिक तेज रफ्तार से चलाता है जिस कारण एनएच 28 पर मिट्टी बिखर जाता है। ट्रक-बस सहित अन्य छोटे बड़े वाहन चलने के दौरान वही मिट्टी हवा के झोके के साथ ही उडऩे लगता है और सामने से आ रही वाहन दिखाई नही पड़ता है, जिस कारण एक महीने में तीन लोग की मौत हो गया वही दर्जन भर लोग गिरकर घायल हो गया। स्थानीय लोग विजय शंकर दास, उमेश कुवंर कवि,राम पुकार राय, मृंंतुन्जय कुमार,सुजीत कुमार,राकेश कुमार समेत दर्जनो लोगों ने बताया कि खुले में ट्रक्टर पर मिट्टी ले जाने के कारण हमेशा धुल उड़ते रहता है।

एन.एच. 28 पर वाहन चलाने वाले चालक के आंखो के सामने धुल ही धुल दिखाई पड़ता है। जिस कारण सडक़ दुर्घटना होने के कारण लोग घायल हो जाते है व उनकी मौत भी हो जाती है। उन्होने बताया कि संवेदक द्वारा मिट्टी लाने के दौरान ट्रक्टर के डाला में मिट्टी को ढक़ने में त्रिपाल का प्रयोग किया जाता तो शायद सडक़ दुर्घटना पर रोक लगाया जा सकता था। ग्रामीणों का कहना है कि एन.एच. 28 से होकर प्रति दिन जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी का आना जाना लगा रहता है, लेकिन गुप्ता बांध में मिट्टी भराई के लिए संवेदक द्वारा दर्जनो ट्रैक्टर का प्रयोग किया जा रहा है, जबकी एक भी ट्रैक्टर में मिट्टी को बिना त्रिपाल से ढक़े हुए ले जाया जाता है, लेकीन पदाधिकारी इस पर रोक लगाने में आज तक नाकाम साबित हो रहा है।

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