होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। यूथ सिटीजन कौंसिल पंजाब की तरफ से कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में कौंसिल प्रदेश अध्यक्ष डा. रमन घई की अगवाई में एक कार्यक्रम का आयोजन कम्यूनिटी हाल मोहल्ला बन्सी नगर में किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने उपस्थित होकर कारगिल विजय दिवस के संबंधी कारगिल इतिहास की जानकारी कार्यकर्ताओं को दी।
श्री खन्ना ने अपने संबोधन में बताया कि किस तरह कारगिल दरास में ऊंची बर्फिली चोटियों को पाकिस्तानी सेना व आतंकवादियों से मुक्त करवाने के लिए भारती सेना के वीरों ने कैसे अपनी जान की परवाह न करते हुए गौरवता का परिचय देकर इन चोटियों पर तिरंगा लहराया। श्री खन्ना ने कार्यकर्ताओं को आह्वान किया कि हम सभी को इन वीर सैनिकों की महान पराकम्र व त्याग से सीख लेकर देश के लिए हर स्थिति में अपने आप को न्यौछावर करने के लिए तैयार रहना चाहिए। श्री खन्ना ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन शहीदों की कुर्बानियों को याद किया जिसके कारण आज हम कारगिल विजय दिवस मना रहे हैं।
– कारगिल युद्ध में भारती सेना ने दिया महान पराकम्र का परिचय: डा. रमन घई
इस अवसर पर यूथ सिटीजन कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष डा. रमन घई ने कहा कि कारगिल विजय दिवस सभी देश वासियों के लिए गौरवमई इतिहास की तरह है। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय को याद कर हर देश वासी का सीना गर्व से ऊंचा हो जाता है कि किस तरह कारगिल युद्ध में विपरीत परिस्थितियां होने के बावजूद भारती सेना ने महान शौर्य का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना और घुसपेठियों को कारगिल दरास में मात देकर भारतीय तिरंग लहराया। उन्होंने कारगिल शहीदों को याद करते हुए कहा कि देश का हर नागरिक इन शहीदों का सदैव आभारी रहेगा।
जिनकी शहादत के कारण हमें कारगिल में विजय हासिल की। इस अवसर पर अश्विनि शर्मा, बरजिंदर सिंह, डा. पंकज शर्मा, जगदीश मिन्हास, कर्मचंद शर्मा, मोहित संधू आदि कौंसिल नेताओं ने भी कारगिल विजय दिवस संबंधी कार्यकर्ताओं को जानकारी दी। इस कार्यक्रम में अश्विनि ओहरी, विजय अग्रवाल, रिपंा शर्मा, यशू जैन, राज कुमार शर्मा, ठाकुर सोहन सिंह, गगन कुमार, जसवीर सिंह, डा. राज कुमार सैनी, होशियार सिंह, जसपाल जस्सी, दलजीत सिंह, विकास कुमार, सुनील सेठी, रमनीश घई, तजिंदर सिंह, पंडित वकील तिवाड़ी, प्रदीप कुमार, हरप्रीत, मोहित, पंडित जगन्नाथ, इकबाल सिंह फौजी, ज्ञानी राम आदि उपस्थित थे।