होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। वाल्मीकि समाज द्वारा 10 अगस्त को होशियारपुर बंद की दी गई काल को समूह समाज ने वापिस ले लिया गया है। समाज द्वारा मांग की गई थी कि दलित समाज के नेता अनिल हंस एवं सुरिंदर भट्टी को जातिसूचक शब्द कहने वाले आरोपियों पर एस.सी./एस.टी. एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए। इस मांग पर कार्यवाही करते हुए पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए व वाल्मीकि समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए आरोपी सतवीर सिंह व दपिंदर सिंह के विरुद्ध एस.सी./एस.टी. एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने मामला दर्ज करके समाज को इंसाफ दिया है। इसलिए समाज ने सर्वसम्मति से बंद की काल को वापिस लेते हुए बंद को कामयाब बनाने के लिए साथ देने के लिए आगे आने वाली समूह वाल्मीकि संस्थाओं व शहर के अलग-अलग बाजारों की एसोसिएशन, व्यापार मंडल व दुकानदारों का धन्यवाद किया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए वाल्मीकि समाज के नेता सुरिंदर भट्टी, अनिल हंस, मनोज कैनेडी व चिंटू हंस ने शहर निवासियों का आभार व्यक्त किया जो इस बंद को सफल बनाने में अपना सहयोग देने के लिए तैयार खड़े थे। नेताओं ने वाल्मीकि समाज के सभी धार्मिक संगठनों का भी आभार व्यक्त किया जो बंद में पूर्ण सहयोग देने को तैयार थे।
उन्होंने कहा कि हमारा मकसद किसी को तंग परेशान करना नहीं था बल्कि समाज के नेताओं के साथ हुई धक्केशाही के लिए आवाज बुलंद करना था। जिसके चलते इंसाफ न मिलने पर बंद की काल दी गई थी। मगर, अब जबकि पुलिस ने इंसाफ देते हुए आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है तो बंद को वापस ले लिया गया है।
इस मौके पर तरसेम लाल हंस, जोगिंदरपाल मंगू, एस.एम. सिद्धू, सन्नी खोसला, राजेश सूरी, रमन खोसला, गुरदास राम बिट्टा, विनोद हंस, अभि बत्तरा, नीरज शहजादा, डैनी, काली, गगन, बोबी, सुनील बत्तरा, बिक्की भट्टी, करण सहोता, चेतन हंस, सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।