प्रभु कृपा प्राप्ति के लिए गुरु रुपी द्वार के शरणागत होना जरुरी: गौरव कृष्ण शास्त्री

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वैल्फेयर कमेटी की तरफ से चेयरमैन दीपक शारदा की अगुवाई में करवाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा के सातवें व अंतिम दिन मुख्य यजमान ब्रिजेशचंद्र विजय (विजय ब्राइडल गैलरी) व प्रभा रश्मि गुप्ता ने पूजा अर्चना की और अंतिम दिन की कथा प्रारंभ करवाई। सातवें दिन की कथा करते हुए स्वामी गौरव कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत जी का सार समझाते हुए बताया कि संसार रुपी भवसागर को पार करने के लिए हमें प्रभु की शरण में जाना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रभु कृपा प्राप्त करने के लिए गुरु के शरणागत होना होगा।

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गुरु वह द्वार है जो प्रभु मिलन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। गौरव कृष्ण ने कहा कि होशियारपुर जोकि संतों महापुरुषों की नगरी है में कथा करते हुए उन्हें ऐसा अनुभव होता है जैसे यहां पर साक्षात प्रभु की कृपा बरस रही हो। यहां के लोगों का भक्ति भाव कथा को और भी अमृतमयी बना देता है। उन्होंने कथा के सफल आयोजन के लिए जहां आयोजन कमेटी को बधाई दी वहीं श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वह श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान सागर की एक-एक बात को अपने जीवन में धारण करते हुए प्रभु कृपा से मानवता एवं प्रकृति की सेवा करते रहें। इस दौरान भगवान श्री राधा-कृष्ण की मनोरम झांकी ने सभी का मन मोह लिया और फूलों की होली के साथ कथा को विश्राम दिया गया।

इस मौके पर चेयरमैन दीपक शारदा ने सभी श्रद्धालुओं और सहयोगियों का धन्यवाद किया। इस मौके पर कमेटी के प्रधान रोहित शर्मा, कमेटी के कोषाध्यक्ष धीरज शर्मा, महासचिव पं. रोहित राधे, उपाध्यक्ष दीपक अरोड़ा, निरीक्षक रघुवीर बंटी, सफी हीर, कमलजीत सेतिया, विनोद, विशू परमार, रचना, मीनाक्षी शारदा, सुषमा सेतिया, मनन, अनिल, हिमांशू आदि मौजूद थे।

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