होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। विधानसभा हल्का होशियारपुर के युवा इंका अध्यक्ष पद के लिए पार्टी की तरफ से की जाने वाली चुनाव प्रक्रिया हेतु मैदान में समर्थकों का समर्थन जुटाने उतरे प्रत्याशी जतिंदर भोलू एवं आकाश शर्मा गोल्डी की तरफ से दिन रात एक करके युवा वोटरों तक पहुंच की जा रही है ताकि इस महत्वपूर्ण पद तक पहुंचा जा सके। यह पद इसलिए भी महत्वपूर्ण समझा जाता है, क्योंकि इसी पद की प्राप्ति के बाद राजनीतिक गलियारों में कदम रखते हुए आगे की सीढिय़ां चढऩे का पायदान मिलता है। दोनों की प्रत्याशियों द्वारा जहां एक दूसरे को कमजोर करने की हर संभव चाल चली जा रही है वहीं अधिक से अधिक पार्टी युवा मतदाताओं से संपर्क साधकर अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित की जा रही है। पहले यह समझा जा रहा था कि गोल्डी को कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा का समर्थन प्राप्त है तथा भोलू को डा. राज कुमारका समर्थन प्राप्त है।
लेकिन युवा पद की राजनीति के महत्वपूर्ण पद पर हो रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए दोनों ही बड़े नेता यह साफ कर चुके हैं कि उनका किसी भी प्रत्याशी के साथ कोई संबंध नहीं है तथा पार्टी वर्कर के तौर पर वे पार्टी का काम करते हैं तथा यह चुनाव युवा वर्ग से संबंधित है और पार्टी हाईकमांड की देखरेख में सारा कार्य संपन्न करवाया जा रहा है।
इसमें उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है। जहां तक बात रही भोलू पर दायर केस की उसमें पुलिस द्वारा उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है और सरकार के खिलाफ दिए गए धरने के संबंध में यह बात सामने आई है कि वे उन्होंने पंजाब के पानी को बचाने के लिए किया और आम जन मानस की आवाज़ बनकर वे कोकाकोला के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल थे, न कि इसमें वे सीधे तौर से सरकार के विरोधी रहे हैं। दूसरी तरफ गोल्डी जोकि किसी समय अरोड़ा का विरोध जता चुके हैं और बाद में वे आम आदमी पार्टी का दामन भी थाम चुके हैं तो यह सब बातें राजनीति में आम मानी जाती हैं तथा हर पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ता को खोना नहीं चाहती। ऐसे में दोनों ही उम्मीदवार विधानसभा यूथ इंका अध्यक्ष पाने के लिए जी-जान से मैदान में दम लगा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों की मानें तो वर्तमान स्थिति के अनुसार जतिंदर भोलू को आगे समझा जा रहा है तथा वोट बनवाने एवं वोटों संबंधी तफ्तीश करके अपने हक में पक्का करने का उनका कार्य काफी दिनों से जारी था। ऐसे में माना जा रहा है कि इसका लाभ उन्हें मिलना तय है।
कुछ दिन पहले “द स्टैलर न्यूज़” ने राजनीतिक गलियारों में उठ रही चर्चाओं के आधार पर लालाजी की राजनीतिक चुटकी के माध्यम से कई बातों का खुलासा किया था, पर ज्यों-ज्यों चुनाव का दिन नजदीक आ रहा है उन अटकलों पर विराम लगता नजर आने लगा है। क्योंकि राजनीति में न तो कोई किसी का स्थायी मित्र होता है और न ही दुश्मन, इसलिए परिस्थितियां बदलते देर नहीं लगती। अब जबकि धीरे-धीरे स्थिति साफ होने लगी है तो जतिंदर भोलू का पलड़ा कहीं न कहीं गोल्डी से भारी जरुर है, जिससे लगता है कि चुनाव पूरी तरह से रोचक होंगे इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
भोलू के हक में एक बात तो सबसे बड़ा उन्हें समर्थन देती है वो यह है कि 2017 में उन्हें युवा इंका का शहरी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी दी जा चुकी है तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा था। अब देखना यह होगा कि युवा वर्ग का झुकाव किस तरफ होता है और कौन विधानसभा अध्यक्ष पद का सेहरा पहनता है।