होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 14 फरवरी का दिन हमारे देश में कभी न भूलने वाला दिन है तथा इस दिन एक तरफ जहां अंग्रेजों ने भारत माता के लाल भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई थी वहीं आज ही के दिन पुलवामा हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इसलिए इस दिन का महत्व हमारे लिए इसलिए भी बढ़ा जाता, क्योंकि शहीदों ने हमारे सुनहरे कल के लिए अपने आज को कुर्बान कर दिया था। इसलिए उनके इस ऋण को हम कभी नहीं उतार सकते। यह विचार सामाजिक संस्था नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने शहीदों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने दौरान उन्हें श्रद्धांजलि भेंट करते हुए व्यक्त किए।
अश्विनी गैंद ने कहा कि 14 फरवरी 1931 को अंग्रेजों ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई थी और 14 फरवरी 2018 को पुलवामा में हुए हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इसलिए भारत सरकार को इस दिन को काला दिवस घोषित करना चाहिए। अश्विनी गैंद ने कहा कि आज हमारे युवा अपने इतिहास को भूलकर पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरन करते हुए वैलेंटाइन-डे तो मना रहा है, लेकिन उन्हें शहीदों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ये वो लोग थे जिन्होंने हमारे यानि देश वासियों के सुनहरे भविष्य के लिए अपना बलिदान दिया तथा आज भी देश की सरहदों एवं देश के भीतर दुश्मनों से लोहा लेने के लिए तत्पर रहते हैं। श्री गैंद ने कहा कि इसमें कहीं न कहीं हमारी एवं मौके की सरकारों की भी गलती है कि हम अपने बच्चों को इतिहास की सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। जिसके चलते युवा वर्ग इतिहास से बेमुख होकर पाश्चात्य संस्कृति की बेडिय़ों में जकड़ता जा रहा है। इसलिए हम सभी का फर्ज है कि हम युवा पीढ़ी को देश भक्तों के आदर्श अपनाने के लिए प्रेरित करें ताकि वे भी देश की तरक्की एवं रक्षा में अपना बहुमूल्य योगदान डाल सकें।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के अध्यक्ष राजिंदर मोदगिल, सचिव एच.के.नकड़ा, वरिंदर चोपड़ा, महावीर दल के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण गोपाल आनंद, अशोक शर्मा, इंद्रपाल सूद, राकेश मल्होत्रा, तिलक राज, अशोक जैन, नीरज गैंद, राजेश शर्मा, अनूप शर्मा, रमन कुमार, भोला ठाकुर, अजय कुमार, अनुज भारद्वाज, राजीव सोनी, सुखदेव सिंह, राकेश कुमार, राज कुमार, अजय समवाल सहित अन्य गणमान्यों ने शहीदों को याद किया और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।