सेफ स्कूल वाहन स्कीम को जिले में किया जा रहा है सख्ती से लागू: अपनीत रियात

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने कहा कि सेफ स्कूल वाहन स्कीम को जिले में सख्ती से लागू किया जा रहा है और यदि कोई स्कूली वाहन नियमों की उल्लंघना करता सामने आया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरु की जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अभिभावकों को भी अपील की कि वे पूरी तरह से जांच करने के बाद ही अपने बच्चों को स्कूली वाहनों पर भेजें।

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– कहा, विद्यार्थियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं

अपनीत रियात ने कहा कि सेफ स्कूल वाहन स्कीम को सुचारु ढंग से लागू करने के लिए आज बड़े स्तर पर एस.डी.एम्ज के नेतृत्व में चैकिंग अभियान शुरु किया गया, जिसमें नियमों की उल्लंघना करने पर 70 स्कूली बसों के चालान काटे गए। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन के नेतृत्व में 68 स्कूली बसों की चैकिंग की गई व जांच के दौरान कमियां सामने आने पर 24 बसों के चालान काटे गए। इसी तरह एस.डी.एम. गढ़शंकर हरबंस सिंह के नेतृत्व में 50 बसों की चैकिंग के दौरान 23 बसों के चालान किए गए। उन्होंने बताया कि एस.डी.एम. मुकेरियां अशोक कुमार की ओर से 46 बसों की चैकिंग की गई व नियमों का उल्लंघन करने पर 18 बसों के चालान किए गए। उन्होंने बताया कि एस.डी.एम. दसूहा ज्योति बाला के नेतृत्व में बड़े स्तर पर की गई चैकिंग के दौरान 5 बसों के चालान किए गए।

– आज बड़े स्तर पर शुरु की गई चैकिंग, नियमों की उल्लंघना करने वाली 70 स्कूली बसों के काटे चालान

डिप्टी कमिश्नर ने एस.डी.एम्ज, सचिव रिजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी, ट्रैफिक पुलिस व जिला बाल सुरक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि सेफ स्कूल वाहन स्कीम के अंतर्गत समय-समय पर स्कूली वाहनों की चैकिंग यकीनी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि चैकिंग के दौरान अज्नि शमन यंत्र, फस्ट एड बाक्स, स्पीड गर्वनर, इमरजैंसी खिड़कियां, स्कूल बैग रखने के लिए सही प्रबंध, परमिट, बच्चों के बैठने के लिए सही सीटों का प्रबंध आदि की गहराई से जांच की जाए। उन्होंने स्कूल प्रबंधकों को हिदायत करते हुए कहा कि सेफ स्कूल वाहन स्कीम की पालना करनी यकीनी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि बसों पर स्कूल का नाम व फोन नंबर प्रिंट होना बहुत जरु री है। इसके अलावा योग्य व्यक्ति को ही ड्राइवर रखा जाए व ड्राइवर सहित कंडक्टर व अटेंडेंट यूनिफार्म में होने चाहिए। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को यह भी हिदायत की कि स्कूल बसें 15 वर्ष से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।

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