स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षा सर्वेक्षण के लिए तैयारियां मुकम्मल

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। स्कूल शिक्षा प्रणाली को और प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला के दिशा-निर्देशों अधीन पंजाब अचीवमेंट सर्वे (पी.ए.एस.) करवाने के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। यह देश के किसी भी राज्य द्वारा अपनी किस्म की पहली पहलकदमी होगी। शिक्षा मंत्री ने यह सर्वेक्षण वैज्ञानिक ढंग से करवाए जाने पर ज़ोर दिया है। श्री सिंगला द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार इस सर्वेक्षण के प्रबंधों को अंतिम रूप देने के लिए स्कूल शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने सर्वेक्षण से संबंधित सभी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ््रऱेंस के द्वारा क्रमवार बैठकें करके प्रबंधों का जायज़ा लिया और उनको सभी मापदण्डों के साथ यह सर्वेक्षण करवाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।

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स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार पी.ए.एस. न सिफऱ् विद्यार्थियों और अध्यापकों को ‘नेशनल अचीवमेंट सर्वे’ के लिए तैयार करेगा, बल्कि यह विद्यार्थियों की समझ सामथ्र्य को मज़बूत करने के साथ-साथ विद्यार्थियों की तर्क करने की योग्यता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह सर्वेक्षण राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में करवाया जाएगा और इसमें प्राईमरी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी भाग लेंगे। यह सर्वेक्षण ‘नेशनल अचीवमेंट सर्वे’ के मापदण्डों पर आधारित होगा। इसमें विद्यार्थियों के सीखने के नतीजों का मुल्याकंन किया जाएगा। यह सर्वेक्षण अंग्रेज़ी, विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन समेत चुनिंदा विषयों पर आधारित होगा। इसमें बहुवैकल्पिक प्रश्र (एम.सी.क्यु) होंगे।

प्रवक्ता के अनुसार इस सर्वेक्षण की प्रक्रिया अगस्त के दूसरे पखवाड़े के आरंभ में ही शुरू हो जाएगी और सितम्बर से मोक टैस्ट करवाने का एक विशाल प्रोग्राम बनाया गया है। विद्यार्थियों में विभिन्न विषयों की बुनियादी धारणाओं की समझ पैदा करने के लिए प्रश्न बैंक तैयार किया जा रहा है। प्रवक्ता के अनुसार पी.ए.एस. को सही ढग़ से चलाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने जि़ला शिक्षा अधिकारियों, उप जि़ला शिक्षा अधिकारियों, ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, ‘पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब’ के समन्वयकों, जि़ला शिक्षा टीमों और सोशल मीडिया के समन्वयकों को जागरूक करने के लिए वैबिनारों का आयोजन भी शुरू किया है। प्रवक्ता के अनुसार इस सर्वेक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए अभिभावकों को भी इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया है और अभिभावकों के सम्मिलन से सरकारी स्कूलों के बदल रहे चेहरे संबंधी लोगों को जागरूक करने में सहायता मिलेेगी।

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