होम आईसोलेशन का यकीनी पालन करवाने संबंधी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी करें चैकिंग: जिलाधीश

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिले में कोविड-19 पाजीटिव मरीज जिनको होम आईसोलेशन में रखा गया है वहां की रुटीन में चैकिंग यकीनी बनाई जाए और संबंधित अधिकारी की ओर से इस दौरान पूरी फीडबैक लेने के साथ-साथ यह चैक किया जाए कि होम आईसोलेशन का किसी भी तरह से उल्लंघन न हो। यह विचार जिलाधीश अपनीत रियात ने स्वास्थ्य विभाग से संबंधित बैठक को संबोधित करते हुए रखे। इस दौरान उनके साथ सिविल सर्जन डा. जसवीर सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग व होम आईसोलेशन चैक करने के लिए सब-डिविजन स्तर पर चार सदस्यीय टीम बनाई गई है, जिसमें संबंधित एस.डी.एम, शहरी क्षेत्र में ई.ओ व ग्रामीण क्षेत्र में बी.डी.पी.ओ, डी.एस.पी(मुख्यालय) व संबंधित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को शामिल किया गया है।

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डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पिछले एक सप्ताह से टैस्टिंग को काफी बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में मंडियों के साथ-साथ बैंक कर्मचारियों की टैस्टिंग कर ली गई है और अब ढाबों, रेस्टोरेंट्स व होटलों में कोविड-19 की जांच संबंधी टैस्टिंग की जानी है। उन्होंने कहा कि टैस्टिंग के साथ-साथ केस बढऩे भी स्वाभाविक है, इस लिए जिला वासियों को घबराने की नहीं बल्कि सावधानी अपनाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सही तरीके से की गई कांटेक्ट ट्रेसिंग से ही कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सकता है और कांटेक्ट ट्रेसिंग को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर(एस.ओ.पी) भी जारी की गई है। उन्होंने संबंधित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व समूह एस.एम.ओज को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रों के होम आईसोलेशन का दौरा यकीनी बनाएं।

उन्होंने सख्त शब्दों में कहा कि होम आईसोलेशन का उल्लंघन करने वाले को 2 हजार रुपए जुर्माना किया जाएगा और बार-बार इसका उल्लंघन करने वाले के खिलाफ एफ.आई. आर भी दर्ज की जाएगी। इस लिए वे दौरे के दौरान लोगों को इस संबंधी भी जागरुक करें ताकि होम आईसोलेशन का उल्लंघन न हो सके। अपनीत रियात ने इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाई जा रही अलग-अलग योजनाओं का जायजा लेतेे हुए हिदायत की कि जिला वासियों को सुचारु ढंग से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं। उन्होंने जिले के समूह सिविल अस्पतालों में सफाई व्यवस्था और बेहतर बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी अधिक से अधिक सरकारी अस्पतालों में करवाने के लिए गतिविधियां और तेज की जाएं। उन्होंने कहा कि डिलिवरी के दौरान बी.पी.एल परिवारों से संबंधित महिलाओं को दी जाने वाली वित्तिय सहायता भी सुचारु ढंग से दी जाए। उन्होंने आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना संबंधी जानकारी हासिल करते हुए लाभार्थी को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने ड्रग एंड कास्मैटिक एक्ट के अंतर्गत मैडिकल स्टोरों की जांच व फूड सेफ्टी के अंतर्गत करियाना दुकानों व मंडियों की चैकिंग यकीनी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि अनियमितता सामने आने पर सख्त एक्शन लिया जाए। इस दौरान सहायक सिविल सर्जन डा. पवन कुमार के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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