नई दिल्ली(द स्टैलर न्यूज़)। इंदिरा नेवी के अभ्यास 11वें संस्करण मेें भारतीय जल सेना तथा रूस की समुंद्री फोज के बीच एक दो दिवसीय समुद्री अभ्यास 4 से 5 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी में करवाया जा रहा है। 2003 में आरंभ की गई यह इंदिरा नेवी दोनों में लंबे समय से रणनीतिक संबंधों के संकेत अनुसार बंगाल की खाड़ी में यह अभ्यास प्रशिक्षण आयोजित किया गया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस के फेडरेशन रक्षा मंत्री जनरल सरगेई शोईगु के निमंत्रण पर 3 सितंबर 2020 से मास्को के दौरे पर थे, जिनमें दूसरे विश्व युद्ध में जीत की 75वीं वर्षगांठ में सहयोग पर आपसी यादगारी मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया।
इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों नेवियों द्वारा सालों दौरान बनाए गए अंतर कार्यशीलता को और मजबूत करना तथा बहुपक्षीय संमुद्री कार्यों के लिए प्रक्रियाओं को बढ़ाना है। यह संस्करण के दायरे में समुद्रई कार्यों के क्षेत्र में व्यापक तथा विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। कोविड-19 महामारी के कारण लगाई गई पाबंदियों के कारण, इंदिरा नेवी को बिना संपर्क केवल समुद्र के फार्मेट में लिया जाएगा। भारतीय जल सेना का प्रतिनिधित्व गाईड मिजाइल विनाशकारी रणविजय, स्वदेशी फ्रीगेट तथा बड़े टैंकर तथा हैलीकॉपटर से करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के भाईचारे को मजबूती प्रदान करना तथा उनमें आत्मविश्वास पैदा करना है।