चंडीगढ़ /पटियाला ( द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब में खेल विज्ञान, खेल प्रौद्यौगिकी, खेल प्रबंधन और स्पोर्टस कोचिंग के क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की विशेष पहलकदमी पर पटियाला में स्थापित की गई महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी ने अपने पहले वर्ष की यात्रा पड़ाव सफलतापूर्वक सम्पूर्ण किया है। इस अहम खेल यूनिवर्सिटी ने अपनी लम्बी यात्रा की तरफ पहला कदम पटियाला के प्रो. गुरसेवक सिंह सरकारी शारीरिक शिक्षा कालेज में अपना पहला अकादमिक सैशन 1 सितम्बर, 2019 से शुरू करके उठाया था और अब इससे राज्य के कई कालेज जुड़ चुके हैं। इस प्रतिष्ठित खेल यूनिवर्सिटी के पहले उप कुलपति लैफ. जनरल (सेवा मुक्त) जे. एस. चीमा ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी ने राज्य के अंदरूनी खेल कालेजों को अपने साथ जोड़ कर खेल शिक्षा के मानकीकरण की शुरुआत की है।
श्री चीमा ने बताया कि इसके साथ ही दो अन्य सरकारी आर्टस और स्पोर्टस कालेज जालंधर और सरकारी कालेज काला अफग़़ाना, गुरदासपुर को इस यूनिवर्सिटी के कांस्टीचूऐंट कालेज का दर्जा प्रदान किया गया है। इस मौके पर उनके साथ पी.डी.ए. के मुख्य प्रशासक और यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सुरभी मलिक भी मौजूद थे। उप-कुलपति ने बताया कि खेल यूनिवर्सिटी के सिद्धूवाल में बनाऐ जा रहे नये कैंपस के निर्माण के लिए इमारत का नक्शा अपने अंतिम पड़ाव पर है और अक्तबूर महीने के आखिर में इसका नींव पत्थर रखे जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल और लॉकडाऊन के बावजूद इस यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों के दाखि़ले शुरू किये जा चुके हैं और इसको भरपूर समर्थन मिला है। उन्होंने बताया कि बी.पी.ई.एस. की 50 सीटों के लिए 140 आवेदन पहुँचे हैं। इसलिए पहले 50 विद्यार्थियों की मेरिट सूची जारी भी कर दी गई है।
जे.एस. चीमा ने आगे बताया कि इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएशन इन योगा और एम.एस.सी. योगा के कोर्सों की रजिस्ट्रेशन को भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी के बुनियादी ढांचे के निर्माण के मकसद से प्रो. गुरसेवक सिंह शारीरिक शिक्षा कालेज में जिमनेजिय़म हाल के नवीनीकरन का काम पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री श्री बलबीर सिंह सिद्धू द्वारा 15 अगस्त को शुरू करवाया गया था। रजिस्ट्रार सुरभी मलिक ने कहा कि उनको उम्मीद है कि यह यूनिवर्सिटी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पंजाब को खेल के क्षेत्र में देश भर में से अग्रणी राज्य बनाने के लिए सपने को पूरा करने में अपनी अहम भूमिका निभाएगी।