धान की पराली जलाने के रुझान को रोकने के लिए जिला प्रशासन वचनबद्ध: जिलाधीश

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने बताया कि जिले को पराली जलाने से मुक्त करने के उद्देश्य से कृषि विभाग ने किसानों को अलग-अलग मशीने दी गई हैं, जिससे किसान खेतों में पराली का प्रबंधन कर सकें। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से किसानों को आला दर्जे की कृषि मशीनरी मुहैया करवाई गई है, जिसमें कंबाइन पर सुपर एस.एम.एस., पलटावेहल्ल, रोटावेटर, सुपरसीडर, हैप्पी सीडर, पैडी स्ट्रा चौपर /शरैडर /मलचर व जीरो टिल ड्रिल मशीने शामिल है।

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जिलाधीश ने बताया कि जिले में 301 किसानों को आवेदन के आधार पर सब्सिडी पर अलग-अलग मशीने दी गई हैं ताकि पराली का प्रबंधन हो सके। इसके साथ ही जिले में 257 किसान ग्रुप हैं जो कि कम रेट व किराए पर मशीने अलग-अलग किसानों के खेतों में पराली प्रबंधन के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने किसानों को इस नाजुक दौर के दौरान सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए किसानों को वातावरण को साफ रखते हुए पराली न जलाने में अपना अमूल्य योगदान देने की अपील की। उन्होंने किसानों को किसी भी मशीन की जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने ब्लाक कृषि अधिकारी के कार्यालय में संपर्क करने के लिए कहा। मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार ने कहा कि किसानों को धान की पराली जलाने के बुरे प्रभावों के बारे में परिचित करवाने के लिए सूचना, शिक्षा व संचार के बारे में गतिविधियां भी आरंभ हुई हैं।

उन्होंने कहा कि इस जागरुकता अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को प्रशिक्षण देने साथ-साथ फसल के अवशेष को खेतों में ही प्रबंधन के लिए यंत्रों की प्रदर्शनी करना है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से किसानों को सब्सिडी पर दी जा रही खेती मशीनरी के ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने की अपील की है ताकि पराली जलाने के रुझान पर लगाम लगाई जा सके व लोगों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ वातावरण को भी बचाया जा सके।

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