होशियारपुर/जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। कैप्टन अमरिंदर सिंह झूठ बोल रहे हैं कि केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति योजना बंद कर दी है। हकीकत में पंजाब सरकार झूठ बोल रही है और इस योजना को ईमानदारी से लागू नहीं कर रही। केंद्र सरकार की ओर से यह योजना निरंतर चल रही है। यह योजना 2012 में 5 साल के लिए चलाई गई थी। केंद्र की भाजपा सरकार उन्हीं नियमों के ऊपर योजना चला रही है जो नियम मनमोहन सिंह सरकार ( जिस में महारानी परनीत कौर भी मंत्री थी ) ने तय किए और यह योजना बिना किसी रूकावट के पूर्ण रूप से चल रही है।
कैप्टन सरकार विद्यार्थियों को सही समय पर छात्रवृत्ति का वितरण ना करके इस योजना को सही से लागू नहीं कर रही। योजना को लागू करना तो दूर उसमें ही बड़े-बड़े घोटाले होने के कारण कॉलेजों और विद्यार्थियों के बीच में एक खाई खोदने का काम कांग्रेस सरकार कर रही है । पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा जो सरकार अपने घर भरने के ऊपर जोर दे रही हैं । वह सरकार क्या देगी जो गरीबों का अनाज खा रही है। गरीबों को मिलने वाली छात्रवृत्ति पर घोटाले कर रही है। दोषी अधिकारियों और मंत्रियों को क्लीन चिट देती है अपने फंड से तो किसी को कुछ देना दूर की बात जो केंद्र से आया है उसको भी डकार जाती है और वह चलाक लोमड़ी की तरह दलितों को बहलाने की कोशिश करने कर रही है जिसे दलित समाज पूरी तरह से समझता है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कैप्टन अमरिंदर सिंह एक नई छात्रवृत्ति योजना शुरू करेंगे यह महज़ एक छलावा है। उस झूठी सरकार पर यकीन कैसे किया जा सकता है जो चुनावी वादे करके आई थी कि हम दलितों को मकान देंगे; जमीन देंगे; नौकरी देंगे; फ्री एजुकेशन देंगे; बहुत सारे वादे अनुसूचित जाति समाज के साथ किए थे एक भी पूरा नहीं किया। यही नहीं किसानों का कर्जा माफ करेंगे; किसानों के हर परिवार को नौकरी देंगे; विद्यार्थियों को फ्री मोबाइल देंगे; फ्री लैपटॉप देंगे; पंजाब को नशा मुक्त बनाएंगे; महिलाओं के उत्थान के लिए योजना बनाएंगे; किसानों के विकास के लिए काम करेंगे; दलितों का उत्थान करेंगे। यह सब झूठ के पुलंदे साबित हुए हैं और एक भी वादा सरकार ने पूरा नहीं किया। सांपला ने कहा यह सरकार तो किसानों के साथ धोखा कर रही है। महिलाओं को साथ अभद्र व्यवहार कर रही है। मगरमच्छ के आंसू बहा कर सच्चे होने ढोंग कर रही है। मुख्यमंत्री के ऊपर पंजाब प्रदेश की जनता विश्वास क्यों करेगी जो अपना पैसा तो दे नहीं सकता मगर जो मिला है उसको भी डकार जाते हैं।
सांपला ने पत्रकरों से बात चीत करते हुए बताया कि पंजाब के संतों के नेतृत्व में और सामाजिक संगठनों के नेतृत्व में पंजाब सरकार का घोटाले बाजों के साथ खड़े होने के विरोध में अल्टीमेटम भी दिया है। 10 तारीख को पूरे प्रदेश के हाईवे पर जाम करके सरकार को जगाने के लिए आह्वान किया है और पूरा दलित समाज संत समाज और सामाजिक संगठनों के साथ तन मन धन के साथ खड़ा है। और अपने हितों से लडऩा जानता है। हम पंजाब सरकार को चेतावनी देना चाहते कि दलित समाज को वोट बैंक के रूप में मत इस्तेमाल करें। ईमानदारी से काम करें, नहीं तो पंजाब की जनता आने वाले समय में आप को कभी माफ नहीं करेगी।