होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। लोगों को स्वच्छता का पाठ पढऩे वाली नगर निगम अपने दायित्व को निभाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। और तो और निगम के अधिकारी तथा निगम पर काबिज कई पार्षद तो जनता की बात सुनना भी जरुरी नहीं समझ रहे। जिसके चलते आज शहर गंदगी के ढेर पर है तथा इस बात की सच्चाई होशियारपुर का सबसे गंदे शहरों में शूमार होने से सबके सामने आ चुकी है, जो कि होशियारपुर नगर निगम के लिए काफी शर्म की बात है। परन्तु इसके बावजूद कई पार्षद ऐसे हैं जो सफाई के प्रति इतने उदासीन हैं कि समस्या बताए जाने पर भी उसके हल के लिए प्रयास करना जरुरी नहीं समझ रहे। उक्त बात जिला कांग्रेस कमेटी के
उपाध्यक्ष हरीश आनंद ने वार्ड नंबर 49 में गंदगी से भरे पड़े नाले की हालत पर चिंता प्रकट करते हुए कही। हरीश आनंद ने बताया कि उन्होंने नाले की सफाई के लिए जब संबंधित पार्षद से बात की तो उनके द्वारा दिए गए जवाब से ऐसा प्रतीत होता था कि वे जनता की समस्याओं के प्रति गंभीर ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पार्षद जो जनता के प्रतिनिधि होने के बावजूद जनता की बात न सुने उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए इससे पहले कि जनता उनके खिलाफ मोर्चा खोल कर उन्हें पद से बर्खास्त करवाए, ऐसे पार्षदों को खुद ही त्यागपत्र दे देना चाहिए। हरीश आनंद ने कहा कि वार्ड की मुख्य सडक़ पर पड़ता नाला पूरी तरह से गंदगी से भरा पड़ा है तथा उसके आसपास उगी झाड़-बूटी गंदगी का कारण बनी हुई है। जिसके कारण नाले के आसपास का वातावरण पूरी तरह से दूषित हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम ने इस नाले की सफाई की तरफ ध्यान न दिया तो आगामी बरसात के दिनों में यहां के लोगों की जीवन नरक से भी बदतर हो जाएगा। उन्होंने निगम मेयर शिव सूद और कमिशनर से अपील की कि वे सफाई जैसे गंभीर मुद्दों की तरफ ध्यान दें तथा ऐसे पार्षदों की खिंचाई भी करें तो ऐसी समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया रखते हैं ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। हरीश आनंद ने चेतावनी दी कि अगर 2-3 दिन में नाले की सफाई का काम शुरु न हुआ तो कांग्रेस की तरफ से वे संघर्ष का मार्ग अपनाएंगे।