नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय (डीजीजीआई) गुरुग्राम जोनल यूनिट (जीजेडयू), हरियाणा ने हरियाणा निवासी सत्येंद्र शर्मा को कर भुगतान के आवश्यक दस्तावेजों और लागू होने वाली जीएस व सेस का भुगतान किए बगैर अवैध रूप से सिगरेट बनाने और सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आज की तारीख तक हुई जांच से यह साफ हो गया है कि श्री शर्मा अलग-अलग लंबाई की विभिन्न तरह की सिगरेट को बनाने और उसकी सप्लाई करने में लिप्त थे। इसमें इनका अपना रजिस्टर्ड ब्रांड ‘निधि ब्लैक’, ‘गोल्ड क्वीन’ और ‘ई-10’ भी शामिल हैं।
इसके अलावा जांच में यह भी सामने आया कि श्री शर्मा ‘पेरिस’, ‘पाइन’ ‘ब्लैक जेरूम’ ‘एसे लाइट्स’ ब्रांड के नाम से भी अवैध सिगरेट बना रहे थे, जो दूसरी कंपनियों के स्वामित्व वाले अंतर्राष्ट्रीय ट्रेडमार्क हैं। ऐसी सारी सिगरेट को इन पर लागू होने वाले जीएसटी/सेस को चुकाए बिना ही चोरी-छिपे बेचा जा रहा था। श्री शर्मा अवैध रूप से बनी इस सिगरेट को आगे पूरे भारत में सप्लाई करने के लिए दिल्ली पहुंचाते थे। यह जांच दिल्ली और हरियाणा में कई जगहों तक फैली है। दस्तावेजी साक्ष्यों और जांच के दौरान सभी लोगों द्वारा दर्ज कराए गए बयानों के आधार पर, यह पता चला है कि सत्येंद्र शर्मा बिना जीएसटी चुकाए और कथित रूप से इंटरनेशनल ब्रांड के नाम से सिगरेट बनाने वाले रैकेट के प्रमुख व्यक्ति हैं।
इसके आधार पर सत्येंद्र शर्मा को 27 नवंबर को गिरफ्तार किया गया और उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट, दिल्ली के सामने पेश किया गया, जिन्होंने न्यायिक हिरासत का आदेश दिया। आरोपियों द्वारा कुल 129 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी किए जाने का आकलन है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।