जम्मू: 43 वर्ष बाद कोटरंका-खब्बास सड़क के निर्माण की जगी उम्मीद

जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। राजौरी-खब्बास सड़क की हालत कुछ वर्ष पहले काफी जर्जर थी। अक्सर यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद ही रहता था। बाद में राजौरी से कोटरंका तक मार्ग तो बेहतर हो गया, लेकिन कोटरंका से खब्बास तक मार्ग पिछले 43 वर्षो से तैयार नहीं हो पाया। तीन बार इस मार्ग के नींव पत्थर रखे गए, लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। अब राज्य प्रशासन ने फंड जारी कर दिया है, जिससे लोगों में फिर से नई उम्मीद जगी है कि अब सड़क का कार्य पूरा होगा और लोग आरामदायक सफर तय कर पाएंगे।

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हल्की बारिश होने पर ही कोटरंका-खब्बास मार्ग बंद हो जाता है। स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी लोगों को परेशान पड़ता है। बीमार व गर्भवती महिलाओं को चारपाई पर उठाकर अस्पतालों तक पहुंचाना पड़ता है। इस क्षेत्र में जो कर्मी व अधिकारी नियुक्त हैं, वे भी एक बार अपने स्टेशन पर पहुंच जाते हैं तो वापस आने से परहेज करते हैं, क्योंकि अगर मार्ग बंद हो जाए तो कई दिनों तक खुलता नहीं है। स्थानीय लोगों को लगता है कि अब शायद मार्ग का कार्य पूरा हो जाए। पिछले 43 वर्षो से यह सड़क बन रही है, लेकिन आज तक इसका कार्य पूरा नहीं हो पाया। पिछले कई वर्षो से इस मार्ग के ऊपर गिरे मलबे को हटाने में ही दिन गुजर रहे हैं। यात्री वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी है। लोगों को पैदल ही कई किलोमीटर का सफर हर रोज तय करना पड़ता है। फंड मंजूर होने से कुछ उम्मीद जग्गी है कि शायद अब इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा जो जाए। दिनेश ठाकुर, निवासी खब्बास इस सड़क का नींव पत्थर तीन मुख्यमंत्री रख चुके हैं। यह सब वोट हासिल करने के लिए ही किया जाता रहा, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य नहीं हो पाया। पहले फारूक अब्दुल्ला ने नींव पत्थर रखा, फिर उमर अब्दुल्ला ने, उसके बाद महबूबा मुफ्ती ने, लेकिन हासिल कुछ भी नहीं हुआ। मार्ग जैसा पहले था, वैसा आज भी है। बस नींव पत्थर पर लगी पट्टी ही बदली है।

लक्की ठाकुर, निवासी खब्बास फंड तो मंजूर हो गया। यह फंड जारी कब तक होगा, लोक निर्माण विभाग किस तरह से कार्य करवाएगा और कितने समय में यह कार्य पूरा होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। इससे पहले भी कई बार इस मार्ग को बनाने के लिए फंड जारी हुए, घोषणाएं हुई। बड़े-बड़े नेताओं ने नींव पत्थर रखे, लेकिन सड़क नहीं बन पाई। फंड की मंजूरी के बाद यह सड़क बनती है या फिर एक सपना ही रह जाती है, देखने की बात होगी। रियाज अहमद, निवासी गुंडी, खब्बास हमारे बुजुर्ग तो इस सड़क का काम पूरा होने की आस में दुनिया को अलविदा कर चुके हैं, लेकिन इस सड़क का कार्य पूरा नहीं हुआ। अब युवा पीढ़ी भी काफी आस लगाए हुए है कि कब इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा होगा। अब फंड भी जारी हो चुका है। लोक निर्माण विभाग को चाहिए कि जल्द से जल्द मार्ग का कार्य पूरा करके लोगों की पुरानी समस्या को दूर करे।

मुहम्मद यासिन, निवासी खब्बास मार्ग न होने के कारण बीमार लोगों व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चारपाई पर उठाकर बीमार व गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए अस्पतालों तक पहुंचाया जाता है। अगर सड़क का कार्य पूरा हो जाए तो लोगों को काफी सुविधा होगी और लोगों की वर्षों पुरानी समस्या भी दूर हो जाएगी।

——जुबैर चौधरी, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर लोक निर्माण विभाग, राजौरी का कहना है कि फंड की कमी के कारण इस कार्य को पूरा नहीं किया जा रहा था। अब फंड मंजूर हो चुका है। जैसे ही फंड हमारे पास आता है, उसी समय सड़क का कार्य शुरू करके इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा

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