नई दिल्ली/गाजीपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद जहां 3 किसान संगठनों की वापिसी के बाद आज 1 ओर संगठन ने वापिसी कर आंदोलन खत्म किया है वहीं, बार्डर्स पर बैठे किसानों से स्थानीय लोग बार्डर खाली करने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि जहां पिछले 61 दिनों से प्रत्येक राज्य के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी किसानों को हरेक का समर्थन मिल रहा था वहीं 26 जनवरी को किसान परेड के बाद अब हरेक इस आंदोलन के खिलाफ हो गया है जिसके चलते अब सिंघु बार्डर पर बैठे संगठनों को स्थानीय लोगों द्वारा बार्डर खाली करने की मांग की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सिंघु बार्डर पर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ उसके बाद स्थानीय लोग नहीं चाहते कि किसान बार्डर पर प्रदर्शन करें।
हाथों में तिरंगा लेकर स्थानीय लोग प्रदर्शन करते हुए सिंघु बार्डर खाली करो, तिरेंगे का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान के नारे लगाते हुए बार्डर से जाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, गाजीपुर बार्डर पर भी लोगों द्वारा बार्डर खाली करवाने की मांग के चलते पुलिस की तैनाती बढ़ती जा रही है. कई जगहों पर देखा जा रहा है कि कई जगहों से लोग वापिस जाना शुरू हो गए हैं और किसानों का मनोबल कम हो गया है। पुलिस की तरफ से किसान नेता राकेश टिकैत को नोटिस भेजा गया है तथा नोटिस का जवाब देने के लिए 3 दिन का समय दिया गया है।
इससे पहले नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल के पास जारी भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति का प्रदर्शन खत्म हो गया है और गत रात्रि ही प्रदर्शन स्थल से उठकर चले गए। यह पिछले 2 माह से दलित प्रेरणा स्थल पर प्रदर्शन पर बैठे थे।