कर्ज व कृषि कानूनों से परेशान किसान बाप-बेटे ने की आत्महत्या, शोक की लहर

दसूहा (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मनु रामपाल। मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के इतने संघर्ष के बावजूद भी रद्द करने का कोई हल निकलता न देख परेशान हुए किसान ने आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मृतक की पहचान जगतार सिंह (70) पुत्र गुरदयाल सिंह व कृपाल सिंह पुत्र जगतार सिंह (45) निवासी मह्हदीपुर थाना दसूहा के रूप में हुई है।

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इस संबंधी जानकारी देते हुए मृतकों के परिजनों ने बताया कि मृतक बाप-बेटा ने अपने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें लिखा गया है कि वह केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि कानून रद्द न करने व कैप्टन सरकार द्वारा कर्ज माफ न करने के खिलाफ रोष स्वरूप आत्महत्या कर रहा हैं। नोट में लिखा गया था कि उन्हें रोजाना अखबार और टी.वी में यह देखकर बहुत दुख हो रहा था कि उनके किसान भाई पिछले लंबे समय में इतनी सर्दी होने के बावजूद इंसाफ की मांग के लिए दिल्ली बार्डरों पर डटी हुई है लेकिन, सरकार इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है और वहीं, पंजाब सरकार ने भी कर्ज माफ करने के दावे किए थे लेकिन रोजाना कर्ज भुगतान की चिंता के चलते उन्होंने आत्महत्या की है।

मृतक ने लिखा है कि कृषि कानूनों और कर्ज से परेशान होकर वह अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहे हैं जिसके लिए जिम्मेदार केन्द्र व पंजाब सरकार है। मृतक के परिजनों ने सरकार से अपने स्वार्थ को छोडक़र इन कानूनों को रद्द करने की मांग की है और कर्ज माफी की मांग की है तथा मृतकों को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।

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