जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। आयुष्मान भारत –सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना अधीन सभी योग्य लाभपातरियों को कवर करने के लिए जारी अभियान में तेज़ी लाने के उदेश्य से डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने आज जिले के सभी 26 टाईप -2 सेवा केन्द्रों में ई -कार्ड बनाने की सेवाओं की शुरूआत की। ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में उक्त सेवा केन्द्रों में ई -कार्ड प्रोग्राम की शुरुआत करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में 262520 परिवार इस योजना अधीन 5 लाख रुपए तक के कैशलैस इलाज का लाभ लेने के योग्य हैं। उन्होनें लोगों को इस योजना अधीन अपना नाम दर्ज करवाने के लिए सेवा केन्द्रों, सीएससी और सरकारी स्वास्थ्य संभाल संस्थानों में अपना आधार कार्ड साथ लाने की अपील की।
उन्होनें बताया कि ई -कार्ड जनरेशन सेवाएं बी.डी.पी.ओ दफ़्तर आदमपुर नज़दीक, बस स्टैंड अलावलपुर नज़दीक, पटवारख़ाना फिल्लौर के पिछली तरफ़, बस स्टैंड नकोदर के पिछली तरफ़, बड़ा पिंड रोड गोराया, बस्ती मिट्ठू, भोगपुर, दुशहरा ग्राउंड शाहकोट, ईओसीपी नूरमहल, गोंसे मोहल्ला, नकोदर, गुरू अमरदास कालोनी, करतारपुर, मेजर रोहित शरमा सरकारी स्कूल, माडल टाऊन, नज़दीक ट्यूबवैल नंबर 2 गोराया, नई सब्ज़ी मंडी, मकसूदां, परमिन्दर अस्पताल होशियारपुर रोड के सामने, फूल रोड लोहियाँ, प्राथमिक हैल्थ सैंटर महतपुर, पंजाब इंस्टीट्यूट आफ मैडीकल सायंईज़ गडा रोड, सुविधा सैंटर एस.डी.एम दफ़्तर नकोदर, सुविधा सैंटर एस.डी.एम. दफ़्तर फिल्लौर, आर.ओ.बी. दमोरिया पुल निचले सेवा केंद्र, गाँव ढिल्लवां नज़दीक एलिमेंट्री स्कूल गाँव खुरला किंगरा रोड, सरकारी हाई स्कूल गाँव कोट सदीक के सामने और गाँव लद्देवाली सहित सभी 26 टाईप -2 सेवा केन्द्रों में ई -कार्ड बनाने की सेवा शुरू की गई है।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि यह ई -कार्ड जनरेशन सेवाएं जल्दी ही 26 फरवरी से टाईप -3 श्रेणी के बाकी 6 सेवा केन्द्रों में भी शुरू हो जाएंगी। उन्होनें सेवा केंद्र आपरेटरों को आदेश दिए की वह ई -कार्ड बनाने में जालंधर को अग्रणी ज़िला बनाने के इलावा इस योजना को बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक यत्न करे। डिप्टी कमिश्नर ने सब से अधिक ई -कार्ड बनाने में बढिया प्रदर्शन करने वाले आपरेटरें को इनाम और सम्मानित किया जाएगा ,साथ ही उन्होनें गवर्नेंस रिफार्म विभाग के आधिकारियों को हर आपरेटर के काम का विशलेषण करने के लिए एक व्यवस्था विकसित करने के लिए भी कहा।
इस दौरान उन्होनें सेवा केन्द्रों की पैंडैंसी का भी जायज़ा लिया और मौजूदा पैंडैंसी रेट 0.02 प्रतिशत पर संतुष्टी व्यक्त की, जो कि राज्य में सब से कम है। उन्होनें कहा कि सेवा केन्द्रों से 201897 के करीब व्यक्तियों को अलग -अलग नागरिक केंद्रित सेवाएं प्राप्त हुई हैं और सिर्फ़ 46 आवेदन पैंडिंग हैं। उन्होनें आप्रेटर पैंडैंसी को ज़ीरो करने के लिए और प्रयत्न करने के लिए कहा।
इस अवसर पर दूसरो के इलावा डीटीसी हतिन्दर मल्होत्रा, डीईजीसी गुरप्रीत सिंह, बीएलएस के ज़ोनल प्रमुख अनिल शर्मा, आप्रेशन हैड अम्बरीश सक्सेना, डीएम सेवा केंद्र हरप्रीत सिंह, एडीएम बहादुर सिंह, मास्टर ट्रेनर जसप्रीत सिंह और सभी सेवा केन्द्रों के संचालक मौजूद थे।