जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जम्मू प्रदेश के अलग अलग जगहों सहित कश्मीर के राजबाग क्षेत्र में गुरु रविदास महाराज जी का जन्मदिन पर कार्यक्रमों का आयोजन हुए। वहीं जिला राजौरी में भी शिरोमणि सतगुरु श्री गुरु रविदास महाराज जी का 644वां प्रकाशोत्सव धूमधाम एवं श्रद्धा से मनाया गया। इस अवसर पर गुरु रविदास मंदिर में कीर्तन का आयोजन किया गया और भंडारों में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। गुरु दिवस मंदिर में सुबह हरि ध्वजारोहण कर आरती की गई। संगत में प्रसाद व मिठाइयां बांटी गई। वहीं कार्यक्रम में श्री सतगुरु महाराज की जीवनी पर प्रकाश डालने के साथ ही संगत ने शहीद जवानों की याद में दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और श्रद्धांजलि दी। राजौरी नगर में मुख्य कार्यक्रम वार्ड नंबर नौ स्थित श्री गुरु रविदास सत्संग भवन में आयोजित किया गया। इस मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ हजारों की संख्या में राजौरी-पुंछ के विभिन्न क्षेत्रों से आई संगत मौजूद थी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस, सीआरपीएफ जवान तैनात किए गए थे। अधिकारियों ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु रविदास जी ने समाज के लिए काफी बेहतर कार्य किए हैं, जो कार्य उन्होंने किए हैं, उन्हें कोई नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि सभी को गुरु के बताए गए मार्ग पर चलना चाहिए। इस अवसर पर सत्संग भवन में भजन कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें गुरु के नाम के भजन प्रस्तुत किए गए। इसके बाद भंडारा संगत के लिए खोल दिया गया, जिसमें काफी भारी संख्या में लोगों ने भंडारे में भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया। जवाहर नगर, धनमा, अंदरोला, मुरादपुर, फलयाना, नोशहरा, सेहर मकड़ी सुंदरबनी, ठंडापानी, लम्बेड़ी, दबड़ आदि रविदास गुरुद्वारों में विशेष कार्यक्रम आयोजन कर ध्वजारोहण किया गया। वहीं जिला पुंछ में भी गुरु रविदास जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया इस मौके लंगर भंडारे का आयोजन भी किया गया। गुरु पेमियों ने कहा कि हमें अपने जीवन को सफल बनाने और हर कदम पर सफलता प्राप्त करने के लिए गुरु जी के बताए मार्गों पर चलना चाहिए। सत्य, अहिंसा और सच्चाई के मार्ग पर चल कर हम गुरु जी के बताए मार्गो पर ही चल पाएंगे। इससे जीवन में खुशियां और सफलताएं हमारे कदम चूमेंगी। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में महिलाओं, युवतियों, बच्चों और पुरुषों सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने गुरुद्वारा में माथा टेक आशीर्वाद प्राप्त किया।