वकील दलजीत कौर यू.के. संसद के हाऊस आफ कॉमनजॅ में ‘कानफलूअंस एक्सीलेंस अवार्ड’ से सम्मानित

चंडीगढ(द स्टैलर न्यूज़)। लंदन में ब्रिटिश के अतिरिक्त संसद ‘हाऊस ऑफ कॉमनजॅ’ में एक विशेष सम्मान समारोह के दौरान प्रसिद्ध सामाजिक सेविका और पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की वकील दलजीत कौर को ’कानफलूअंस एक्सीलेंस अवार्ड’ प्रदान किया गया। लार्ड राज लूम्बा द्वारा बैरोनैस सन्दीप वर्मा और नवनीत ढोलक समेत प्रसिद्ध प्रवासी भारतीय लेखक फारुख धोंदी और गुजरात में ब्रिटिश उप हाईकमिशनर ज़्योफ़ वेन की हाजऱी में यह अवार्ड दलजीत कौर द्वारा पिछले 17 सालों से एन.आर.आई. विवाहों के मुद्दे को लेकर देशों -विदेशों में जागरूकता फैलाने और पीडि़त लड़कियों के हितों के लिए काम करने के बदले प्रदान किया गया।

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अपनी इस अवार्ड प्राप्ति संबंधी बातें करते हुए दलजीत कौर ने बताया कि प्रवासी दूल्हों के विवाहों के मुद्दे को लेकर साल 2002 में उन्होंने पंजाब के समकालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जोकि मौजूदा मुख्यमंत्री भी हैं, को विदेशी दूल्हों की तरफ से सताई महिलाओं के हक में एक ज्ञापन दिया था जिसके बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को बहुत समर्थन मिला। इसके उपरांत दलजीत कौर ने इस मुद्दे को संबंधी राज्य सरकारों, केंद्र सरकार, विरोधी पार्टियाँ, संसद सदस्यों, हाईकमीशनों, अम्बैसडरों, विदेशों में और मीडिया और अदालतों आदि में उठाया। इस दौरे के दौरान उन्होंने भारतीय हाई कमीशन, उप-हाई कमिशनर, हाउस ऑफ कॉमनजॅ के चांसलर समेत कंजर्वेटिव और लेबर पार्टी के संसद सदस्यों के साथ भी ‘छुट्टियाँ काटने के लिए विवाह’ रचाने और भारतीय लड़कियों के साथ विवाह का धोखा करने वाले प्रवासी दूल्हों के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही करने की माँग रखी।

– विवाह करवाकर भगौड़े हुए एन.आर.आई दूल्हों के खि़लाफ़ 17 सालों से जूझ रही एकमात्र भारतीय वकील

वकील दलजीत कौर का मानना है कि एक तरफ़ विदेशों में बसते भारतीय दुनिया में सबसे अधिक मौजूद हैं और 100 से अधिक देशों में फैले हुए हैं और दूसरे तरफ़ दुनिया को एक ’ग्लोबल गाँव’ के तौर पर प्रभाषित किया जाता है तो ऐसे समय सुखी परिवार वसाने के प्रति लोगों को सचेत करना और समय का साथी बनाना बहुत ज़रूरी है नहीं तो लालची लोग भारतीय लड़कियों को विवाह कराने के बाद भारत में ही छोड़ कर दूसरे देशों की अदालतों में से एक तरफा तलाक लेकर लड़कियों को और उनके परिवारों को रुलाने के लिए मजबूर करते रहेंगे। इसके अलावा प्रभावित लड़कियों के माता-पिता आर्थिक और सामाजिक लूट-मार का शिकार बनते रहेंगे।

उन्होंने बताया कि उनकी संस्था ‘ब्लूमिंग समाईलज़ फाउंडेशन’ और कानूनी फ़र्म ‘इंडियन लीगल जंकशन’ द्वारा आरंभ किया ‘प्रीवैडिंग और पोस्ट वैडिंग’ नामी विशेष परामर्श प्रोग्राम कामयाबी के साथ चल रहा है जिससे अब तक हजारों परिवारों ने फ़ायदा उठाया है। उन्होंने कहा कि वह अब तक हज़ारों मामलों में विदेशी दूल्हों की तरफ से जिन महिलाओं के साथ धोखा हुआ है, उनको इन्साफ दिलाने में कामयाब हुए हैं। उनकी संस्था ब्लूमिंग समाईलज़ फाउंडेशन 20 देशों में कार्यशील है और यहाँ तक कि पंजाब बसती एक पीडित लडक़ी को यूके में जायदाद का हक दिलाने में भी कामयाबी हासिल की है।

वकील दलजीत कौर की दलील है कि एक तरफ़ भारतीय ख़ास तौर पर पंजाबी परिवार लाखों -करोड़ों रुपए परिवारों के विवाहों पर ख़र्चते हैं जबकि सबसे महत्वपूर्ण विवाहों के सम्बन्ध को किस बुद्धिमत्ता के साथ निभाया जाए, इस पर ज़ोर देने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि आज के युग में हमारे भारतीय विदेशों में देसी सभ्याचार को लग रहे हा्रस से जूझ रहे हैं। इसलिए देश अंदर और विदेशों में नयी पीढ़ी को पुशतैनी कदरों-कीमतों के साथ जोड़ते हुए विवाह बंधन के पवित्र रिश्ते को मज़बूती के साथ निबाये जाने की शिक्षा प्रदान करना और मशवरे देना समय की मुख्य ज़रूरत है और दिशा में उनकी संस्थाएं समाज के लिए नि:स्वार्थ कार्य कर रही हैं।

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